शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे सहित 46 विधायक असम के गुवाहाटी में डेरा जमाए हुए हैं। इधर महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार सत्ता बचाने की जुगत में है। शिवसेना के नेता संजय राउत और शरद पवार सरकार को बचाने के लिए पूरी तरह से सक्रिय दिख रहे है। इस बीच, असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने चौकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने एक समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि उन्हें नहीं पता कि यहां महाराष्ट्र के विधायक आये हुए हैं और होटल में रुके हुए हैं।
असम के सीएम ने कहा कि असम एक अच्छी जगह हैं। यहां कोई भी आ जा सकता है। यहां कई पर्यटक स्थल हैं। मालुम हो कि फ़िलहाल महाराष्ट्र के 46 विधायक असं के गुवाहाटी में के एक होटल में रह रहे हैं। इससे पहले वे सभी गुजरात के सूरत में डेरा जमा रखा था। एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा कि “मुझे नहीं पता कि महाराष्ट्र के विधायक असम में रहते हैं या नहीं।” उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों के विधायक भी असम में आ सकते हैं और रह सकते हैं, उन्होंने कहा कि उनका महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रम से कोई लेना-देना नहीं है। पर्यटन स्थल के रूप में असम की अपनी एक अलग पहचान है। राज्य में कई अच्छे होटल हैं। जिसमें कोई भी आकर रह सकता है। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि क्या महाराष्ट्र के विधायक असम आ रहे हैं और होटलों में ठहरे हुए हैं।”
वहीं, गुरूवार को संजय राउत द्वारा दिए गए एक बयान पर घमासान छिड़ा हुआ है। एक टीवी चैनल से बात करते हुए संजय राउत ने धमकाते हुए कहा कि आने दो हमारे विधायक फ्लोर हॉउस पर फिर देख लेंगे। देखो ये जो विधायक चले गए हैं। इन्हें महाराष्ट्र में घूमना फिरना मुश्किल हो जाएगा। इस बयान की निंदा करने की मांग की जा रही हैं। गौरतलब है कि गुरुवार 23 जून को शिवसेना के तीन विधायक और दो निर्दलीय एकनाथ शिंदे के काफिले में शामिल हुए थे। फिलहाल शिंदे के साथ होटल में 46 विधायक हैं, जिनमें से 37 शिवसेना के हैं और 9 निर्दलीय हैं।
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