महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे अपने बेबाक बयानों के लिए मशहूर हैं। अपने भाषण में वह अक्सर एनसीपी नेता शरद पवार की आलोचना करते रहते हैं|शरद पवार मोदी की आलोचना करते हैं, लेकिन उन्होंने जीवन भर क्या किया? पार्टी टूट गयी|राज ठाकरे लगातार शरद पवार पर कई लोगों को तोड़ने और जाति का जहर उगलने का आरोप लगाते नजर आ रहे हैं|
आज शरद पवार ने राज ठाकरे को साफ जवाब दिया| “कोई मुझे कम से कम एक उदाहरण दिखाए कि मैंने राज्य में जातिवादी राजनीति की है। जिन्होंने जीवन में कुछ किया ही नहीं, बयान दिये, आलोचना की, टिप्पणियाँ कीं, उनके बयानों पर क्या टिप्पणी करें? अनदेखी करने के लिए महाराष्ट्र की जनता समझदार है| उन्होंने उन्हें (राज ठाकरे को) पूरे महाराष्ट्र में केवल एक सीट दी।” ऐसे शब्दों में शरद पवार ने राज ठाकरे को चुनौती दी|
पवार परिवार की बारामती में एक साथ इकट्ठा होकर दिवाली मनाने की परंपरा थी,लेकिन इस साल ये परंपरा टूट गई| इस वर्ष बारामती में दो पडवा मनाये गये। शरद पवार से मिलने के लिए गोविंद बाह में जुटे कार्यकर्ता| अजित पवार ने काटेवाड़ी में पडवा मनाया| शरद पवार ने कहा कि वह परेशान हैं क्योंकि ऐसा पहली बार हुआ है| मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने पवार परिवार में चल रहे विवाद पर प्रतिक्रिया दी| साथ ही राज ठाकरे के बयान पर भी संज्ञान लिया और उन्हें जवाब दिया|
जिम्मेदारी पर खरी नहीं उतरती सरकार: कांग्रेस राज्य की पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला के तबादले पर अड़ंगा लगा रही है। उनके तबादले का मुद्दा प्रदेश में गरमाया हुआ है| कांग्रेस ने केंद्रीय चुनाव आयोग से 20 नवंबर से पहले उनका ट्रांसफर करने का अनुरोध किया है| कांग्रेस का आरोप है कि वह एक विवादास्पद अधिकारी हैं|
प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने रश्मि शुक्ला के तबादले के लिए आयोग को पत्र भेजा है| उस पर भी शरद पवार ने साफगोई से बात की| मेरा अपना करियर गृह राज्य मंत्री के रूप में था। फिर वे गृह मंत्री बने| जब मैं चार बार मुख्यमंत्री था तब घर का खाता मेरे पास है। मुझे घरेलू खाते का अच्छा ज्ञान है| गृह कार्यालय में अच्छा प्रदर्शन करने वाले अधिकारी थे।
राज्य में पहली बार जनता और राजनीतिक दल खुलेआम पुलिस महानिदेशक को लेकर मांग कर रहे हैं| ऐसी स्थिति कभी नहीं बनी| ऐसा उस व्यक्ति के बारे में कहा जाता है| उन्होंने क्या किया, फोन टैपिंग की गई, इस पर चर्चा हुई| दरअसल जांच कर सच्चाई का पता लगाना सरकार की जिम्मेदारी थी, लेकिन सरकार ने जिम्मेदारी का पालन नहीं किया| इसके बदले उन्हें एक्सटेंशन दे दिया गया| इसका मतलब यह है कि राज्य सरकार ने इन प्रणालियों के व्यवहार के बारे में एक अलग नीति तय की है। शरद पवार ने कहा, यह नतीजा है।
प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र में मचा दिया है तूफान: आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महागठबंधन ने राज्य में जबरदस्त प्रचार अभियान की योजना बनाई है| भाजपा ने महायुति उम्मीदवारों के प्रचार के लिए मेगा प्लान बनाया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, योगी आदित्यनाथ जैसे कई बड़े चेहरे राज्य में जनसभाएं करने वाले हैं| पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में नरेंद्र मोदी की 10 सभाएं होंगी| शरद पवार ने उस पर भी बात की|प्रधानमंत्री की राज्य में इतनी सभाएं होने वाली हैं इसलिए उन्होंने महाराष्ट्र से छलांग लगा ली है| प्रधानमंत्री 8 जगह या 16 जगह आते हैं| मेरी जानकारी के अनुसार, उनकी 16 या 12 बैठकें हैं|
फडनवीस की सुरक्षा बढ़ाई गई: अगर ऐसा लगता है तो सरकार को सावधान रहना चाहिए। लेकिन जो भी गृह मंत्री है, उसे (पहले से ही) सुरक्षा प्राप्त है। फिर भी सुरक्षा दिए जाने का मतलब है कि मामला गंभीर है| इसलिए मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा| उन्हें जो सुरक्षा दी गई थी| वह मुझे दी जानी थी|पवार ने कहा, लेकिन मैंने इनकार कर दिया।
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