महाराष्ट्र में विधानसभा की रणभेरी बज चुकी है|कई पार्टियों ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है|लोकसभा का शायरी खत्म हो या न हो, राज्य में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है|अब कई राजनीतिक दलों ने माहौल बनाने के लिए यात्राएं निकाली हैं| विभिन्न राजनीतिक दलों की बैठकों का दौर जारी है|कई इलाकों में पार्टी के दौरे शुरू हो गए हैं|कई नेता सोशल मीडिया पर फिर से सक्रिय हो गए हैं|इसमें मराठा प्रदर्शनकारी मनोज जरांगे पाटिल ने फिर से ताकत दिखाने की चेतावनी दी है|अब जरांगे पाटिल ने पश्चिमी महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और विदर्भ में सुफदा की सफाई का जिम्मा उठाया है|
राज्य के 288 विधानसभाओं पर उम्मीदवार: राज्य में पिछले सितंबर से मराठा आरक्षण का मुद्दा भड़का, शांत हुआ और फिर भड़क गया। यह अब न सिर्फ सामाजिक बल्कि राजनीतिक मुद्दा भी बन गया है|मराठा समुदाय ओबीसी से आरक्षण की मांग कर रहा है,लेकिन राज्य सरकार ने अभी तक इस पर कोई ठोस रुख नहीं बताया है|अब सर्वदलीय बैठक शुरू करने की तैयारी की जा रही है|जरांगे पाटिल आगामी विधानसभा चुनाव में 288 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की कोशिश कर रहे हैं|
मनोज जरांगे पाटिल मराठा आरक्षण आगामी विधानसभा चुनाव में एक बड़ा कारक होने की संभावना है। पश्चिमी महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और विदर्भ में बड़ा धमाका करने की तैयारी शुरू कर दी गई है|उन्होंने चेतावनी दी कि इस इलाके से सुफदा को साफ कर दिया जाएगा|कहने की जरूरत नहीं कि यह चेतावनी सत्ताधारियों के लिए है|जरांगे पाटिल शांति रैली के दूसरे चरण में पश्चिम महाराष्ट्र के बाद आज नासिक के दौरे पर हैं।
मुंबई में खेला होगा: जरांगे पाटिल के मुताबिक, मुंबई में मराठा समुदाय का प्रतिशत करीब 17 से 18 फीसदी है|वे मुंबई और उसके आसपास 19 जगहों पर उम्मीदवार उतारने जा रहे हैं|उन्होंने चेतावनी दी कि अगर यहां उनका उम्मीदवार नहीं जीता तो भी 19 सीटों पर बड़ा उलटफेर होगा|मुंबई में राज्य सरकार को बड़ा झटका देने की तैयारी में हैं|
29 अगस्त को अहम बैठक: मनोज जरांगे पाटिल मराठा समुदाय को ओबीसी कैटेगरी से आरक्षण देने की मांग पर अड़े हैं| उन्होंने कहा कि अगर इस समय मराठा समुदाय की मांग नहीं मानी गई तो राजनीति में आने के अलावा कोई विकल्प नहीं है| इस समय मराठा समाज की परीक्षा की घड़ी है| अब मराठा समाज की अहम बैठक 29 अगस्त को होगी| उन्होंने स्पष्ट किया कि इसमें लिया गया निर्णय सर्वमान्य होगा।
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