Bangladesh Crisis: अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले, हिंसा में 650 की मौत; क्या कहती है संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट?

मृतकों में बहुसंख्यक संख्या अल्पसंख्यकों की है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट बांग्लादेश में अराजकता के बारे में जानकारी और आंकड़े पेश करती है।

Bangladesh Crisis: अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले, हिंसा में 650 की मौत; क्या कहती है संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट?

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बांग्लादेश में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है|इस हिंसा और जनाक्रोश को देखकर शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर भाग गईं। पिछले 20 से 25 दिनों में देशभर में हुई हिंसा में 650 लोग मारे गए हैं. सैकड़ों लोग घायल भी हुए हैं| मृतकों में बहुसंख्यक संख्या अल्पसंख्यकों की है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट बांग्लादेश में अराजकता के बारे में जानकारी और आंकड़े पेश करती है।

UNHCR (शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त) की रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश में 16 जुलाई से 4 अगस्त के बीच हुई हिंसा में 400 लोग मारे गए हैं| तो वहीं 5 और 6 अगस्त को हुई हिंसा में 250 से ज्यादा लोग मारे गए हैं| सैकड़ों लोग घायल हो गए हैं| ऐसे में सैकड़ों परिवार बेघर हो गये हैं| इस हिंसा के चलते शेख हसीना बांग्लादेश से भाग गई हैं|

छात्रों और युवाओं के विरोध प्रदर्शन के बाद 16 जुलाई से 11 अगस्त के बीच भड़की हिंसा में 650 से अधिक लोग मारे गए हैं। मरने वालों में अधिकतर अल्पसंख्यक हिंदू हैं। इसमें अन्य अल्पसंख्यक, पत्रकार, पुलिस और सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं। देशभर के सभी अस्पताल मरीजों से भरे हुए हैं| नए मरीजों के लिए अस्पतालों में जगह नहीं बची है| मरने वालों की संख्या 650 से ज्यादा हो सकती है, लेकिन अधिकारियों ने अस्पतालों को जानकारी देने से रोक दिया है| यूएनएचसीआर की रिपोर्ट में कहा गया है, इसलिए मृतकों की सही संख्या समझ नहीं आ रही है।

यूएनएचआरसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि रक्षा बलों ने अत्यधिक बल का प्रयोग किया है| 5 अगस्त को शेख हसीना के इस्तीफे के बाद देशभर में लूटपाट, डकैती और अल्पसंख्यकों पर हमले की खबरें आने लगीं| दो दिन बाद, लाठी, लोहे की छड़ें, पाइप और पत्थर लेकर एक बड़ी भीड़ ने पूर्व प्रधान मंत्री शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी के कार्यालयों, पदाधिकारियों और पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमला किया।

हालात की समीक्षा के लिए बांग्लादेश जाएगी संयुक्त राष्ट्र की टीम: यूएनएचआरसी प्रमुख वोल्कर तुर्क ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है| उन्होंने कहा, ”हिंसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, जिन्होंने यह हिंसा की और जिनकी गैर जिम्मेदारी के कारण सैकड़ों लोगों की जान चली गई। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।” तुर्क ने कहा कि यूएनएचसीआर की एक टीम बांग्लादेश जाकर वहां के हालात की समीक्षा करेगी| टीम वहां रहकर हिंसा की घटनाओं की जांच करेगी|

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