संभल हिंसा: दंगाइयों के पोस्टर जारी, युवाओं के साथ नाबालिग भी दिख रहे है पोस्टर में!  

पुलिस प्रशासन के हाथ लगी वीडियो संभल हिंसा को लेकर कई सवालिया निशान भी उठा रहे हैं। भीड़ जामा मस्जिद के पीछे से ही क्यों पहुंची? उपद्रवियों के पास पिस्टल कहां से आए?

संभल हिंसा: दंगाइयों के पोस्टर जारी, युवाओं के साथ नाबालिग भी दिख रहे है पोस्टर में!  

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संभल हिंसा को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से कड़े कदम उठाये गए है|पुलिस हिंसा में शामिल सभी दंगाइयों का पोस्टर के माध्यम से फोटो भी जारी किया है, जिसके कारण अब कोई भी दंगाई पुलिस की निगाह से बच नहीं पायेगा| पुलिस की ओर से जारी पोस्टर में दंगाइयों में 20 से 30 वर्ष के युवाओं के साथ ही साथ नाबालिगों ने भी हिंसा को भड़काने में मुख्य भूमिका निभाई है|

बता दें की इस मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जो वीडियो और फुटेज मिले हैं उनमें नाबालिग और महिलाएं भी शामिल हैं। हालांकि, पुलिस ने महिलाओं और नाबालिगों के पोस्टर जारी नहीं किए हैं। संभल एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के अनुसार अभी तक जो वीडियों सामने आया है| इससे स्पष्ट हो जाता है कि उग्र भीड़ को कोई रोकने या समझाने का प्रयास नहीं कर रहा है| यही नहीं वीडियों में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि जो भी आया भीड़ की हिस्सा बन गया और दंगे में शामिल हो गया|

पुलिस प्रशासन के हाथ लगी वीडियो संभल हिंसा को लेकर कई सवालिया निशान भी उठा रहे हैं। भीड़ जामा मस्जिद के पीछे से ही क्यों पहुंची? उपद्रवियों के पास पिस्टल कहां से आए? इन सवालों के जवाब को भी पुलिस ढूढ़ने की कोशिश में लगी हुई हैं। एक वीडियो में युवक मुंह पर कपड़ा बांधकर पिस्टल से फायरिंग करता दिख रहा है।

दंगा के दाैरान जामा मस्जिद के पास तार जलने से बिजली विभाग को भी नुकसान हुआ है। बिजली विभाग ने अपने नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट तैयार कर ली है। इसमें दो लाख रुपये का नुकसान होने की बात कही गई है। कोतवाली में दंगाइयों के खिलाफ शिकायत में  सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।

जामा मस्जिद बनाम हरिहर मंदिर मामले में शुक्रवार को कोर्ट में सुनवाई होगी। कोर्ट कमिश्नर रमेश सिंह राघव न्यायालय में रिपोर्ट प्रस्तुत कर सकते हैं। कोर्ट कमिश्नर ने बताया कि वह सर्वे की समीक्षा कर रहे हैं। 29 नवंबर को न्यायालय में रिपोर्ट पेश करनी है। यदि रिपोर्ट की समीक्षा पूरी नहीं हुई तो न्यायालय से समय बढ़ाने के लिए आग्रह करेंगे।  

इस आदेश के बाद 19 और 24 नवंबर को कोर्ट कमिश्नर मस्जिद पहुंचकर सर्वे कर चुके हैं। केस के वादियों में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता हरिशंकर जैन, पार्थ यादव, महंत ऋषिराज गिरि, राकेश कुमार, जीत पाल सिंह यादव, मदनपाल, वेदपाल और दीनानाथ शामिल हैं। हरिशंकर जैन के बेटे विष्णु शंकर जैन इस मामले में अधिवक्ता के तौर पर शामिल हैं।

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