राहुल गांधी के आंखों पर राजनीति की पट्टी, इसलिए नहीं दिख रही “राम लहर”!   

राहुल गांधी के आंखों पर राजनीति की पट्टी, इसलिए नहीं दिख रही “राम लहर”!    

सोमवार को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है। रघुनंदन की एक झलक को पाने को बेताब श्रद्धालु मंगलवार को रामनगरी रामम य नजर आई। अयोध्या में चारों ओर केवल भक्तों का हुजूम के अलावा कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है। यूपी सरकार मंगलवार को 4 बजे एक बयान जारी किया कि केवल एक दिन ढाई से तीन लाख श्रद्धालु भगवान राम का दर्शन कर चुके हैं। ऐसे में भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि देश में कोई राम लहर नहीं है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह बात कही।

ऐसे में यह सवाल खड़ा होता है कि क्या राहुल गांधी को अयोध्या में उमड़ रही राम भक्तों  की भीड़ दिखाई नहीं दे रही है। उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बयान जारी कर कहा कि मंगलवार को ढाई से तीन लाख श्रद्धालु रामलला का दर्शन कर चुके हैं और इतने ही श्रद्धालु दर्शन के लिए लाइन में लगे हुए है। राहुल गांधी का यह कहना कि राम लहर नहीं है, यह एक तरह भगवान राम का अपमान है,जिस तरह देश में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश राममय रहा और है उसे इंकार नहीं किया जा सकता है। राहुल गांधी अपनी आंखों पर झूठ, फरेब और राजनीति की पट्टी बांध लिया है। जिसके कारण उन्हें राम लहर दिखाई नहीं दे रही है।

मंगलवार को असम के गुवाहाटी में मीडिया से बात करते हुए अयोध्या राम मंदिर कार्यक्रम को एक बार फिर बीजेपी और आरएसएस का इवेंट बताया। इस दौरान राहुल गांधी ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री बताया। उन्होंने कहा कि हमारी यात्रा के दौरान कोई विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ। जबकि बीजेपी कार्यकर्ता हाथ हिलाकर हमारा स्वागत कर रहे हैं और मै उनकी ओर से हम फ़्लाइंग किस दे रहा था। उन्होंने कहा कि असम के मुख्यमंत्री हमारी यात्रा रोकर हमारी मदद ही कर रहे हैं।

न्याय यात्रा बंगाल में पहुंचने पर जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को निमंत्रण भेजा गया है। उन्हें जरूर आना चाहिए। वह आएंगी तो हमें अच्छा लगेगा। उन्होंने कहा कि सीट बंटवारे को लेकर बातचीत जारी है। हमारे बीच कोई विवाद नहीं है उनकी ओर से कोई कुछ बोल देता है हमारी ओर से कोई कुछ भी बोल देता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।

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