केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने पति जुबीन ईरानी के साथ उत्तर प्रदेश के अमेठी में नए भवन में गृह प्रवेश की रस्में निभाईं। स्मृति ईरानी ने अमेठी लोकसभा सीट पर 2019 में राहुल गांधी को हराया था। स्मृति ईरानी ने अपने नए भवन में आगामी लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले यहां रहने के लिए आई हैं। हाल ही में राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान अमेठी गए थे। उस समय स्मृति ईरानी भी अमेठी में ही थीं। उस समय उन्होंने राहुल गांधी को अमेठी से चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की हार के बाद यह माना जा रहा था कि अब पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में यहां से उम्मीदवार नहीं उतारेगी। लेकिन, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अमेठी में राहुल गांधी के आने के बाद से एक बार फिर हलचल तेज हो गई ,ऐसी खबर आ रही है कि कांग्रेस यहां से फिर बीजेपी को टक्कर देने के लिए राहुल गांधी को मैदान में उतार सकती है। लेकिन, अभी इन अफवाहों में दम नजर नहीं आ रहा है।
बुधवार को ही यूपी में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में सीट शेयरिंग पर सहमति बन गई है। कांग्रेस वाराणसी सहित प्रदेश की 80 में से 17 सीटों चुनाव लड़ेगी। दोनों दलों में लंबे समय से सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत चल रही थी।
गौतरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने वादा किया था कि अगर वह यहां जीत दर्ज करती हैं तो उनका अमेठी में एक स्थायी पता होगा। राहुल गांधी को हारने के बाद उन्होंने फरवरी 2021 में गौरीगंज इलाके में 15,000 वर्ग फुट जमीन का एक प्लॉट खरीदा। जिस पर अब उनका भवन बनकर तैयार हो गया है। गुरूवार को स्मृति ईरानी ने अमेठी के अपने नए भवन में गृह प्रवेश की रस्में निभाई।
हाल ही में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि अमेठी के लोग चाहते हैं कि राहुल गांधी आगामी लोकसभा चुनाव में अमेठी चुनावी मैदान में उतारें। लेकिन, उन्होंने यह भी कहा कि इस पर अंतिम निर्णय पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ही करेगी। वहीं, स्मृति ईरानी ने चैलेन्ज करते हुए कहा था कि वह चाहती हैं कि राहुल गांधी एक बार फिर अमेठी से चुनाव लड़ें. “मुझे खुशी है कि जयराम रमेश ने मेरी चुनौती स्वीकार कर ली है। उन्होंने कहा था बीजेपी का एक सामान्य कार्यकर्ता होने के नाते, मैं इस चुनौती का स्वागत करती हूं।
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