लालकृष्ण आडवाणी को मिलेगा भारत रत्न, उनके नाम है यह रिकॉर्ड

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने का किया ऐलान

लालकृष्ण आडवाणी को मिलेगा भारत रत्न, उनके नाम है यह रिकॉर्ड

बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत सरकार भारत रत्न देगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर इस संबंध की जानकारी दी है। अभी कुछ दिन पहले ही सरकार बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का ऐलान किया था। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया है। जिसमें उन्होंने लिखा” मुझे यह बताते हुए बहुत ख़ुशी हो रही है कि लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मैंने उनसे बात भी की और उन्हें यह सम्मान दिए जाने पर बधाई दी। ”

आडवाणी का भारत के विकास में अविस्मरणीय योगदान : पीएम मोदी ने कहा कि “भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर से काम करके देश के उप प्रधानमंत्री के रूप में सेवा करने तक है। पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनका संसदीय योगदान हमेशा याद किया जाएगा। सार्वजनिक जीवन में आडवाणी जी देश की दशकों तक सेवा की। उन्होंने राजनीतिक नैतिकता में एक अनुकरणीय मानक स्थापित किया है। ” पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाना मेरे लिए बहुत ही भावुक क्षण है। मै इसे हमेशा अपना सौभाग्य मानूंगा कि मुझे उनके सीखने के लिए अनगिनत अवसर मिला है।

तीन बार पार्टी अध्यक्ष की कुर्सी संभाली: अटल बिहारी वाजपेयी के बाद लाल कृष्ण आडवाणी सबसे लोकप्रिय नेताओं में रहे हैं। वे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में तीन बार अपनी सेवाएं दी हैं। बीजेपी के एक मात्र नेता है जो पार्टी के गठन के बाद से तीन बार पार्टी अध्यक्ष की कुर्सी संभाली है। लाल कृष्ण आडवाणी पहली बार 1986 से लेकर 1990 तक, उसके बाद 1993 से लेकर 1998 तक और उसके बाद फिर 2004 से लेकर 2005 तक पार्टी के अध्यक्ष रहे हैं। राजनीति में लंबी पारी खेलने के साथ ही वे गृह मंत्री और अटल बिहारी वाजपेयी के कैबिनेट में 1999 से लेकर 2004 तक उप प्रधानमंत्री रहे हैं।

1954 में दिया गया था पहला भारत रत्न पुरस्कार: बता दें कि मोदी सरकार ने हाल ही में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भी भारत रत्न देने का ऐलान किया था। उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न के लिए चुना गया। भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है जिसे साल 1954 में सबसे पहले राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन को दिया गया था। भारत रत्न उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने सार्वजनिक सेवा, विज्ञान, साहित्य और कला जैसे क्षेत्रों में असाधारण कार्य किया हो। गौरतलब है कि भारत रत्न एक साल में केवल तीन लोग को ही दिया जा सकता है।

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