2017 के वार्ड परिसीमन के आधार पर होगा बीएमसी चुनाव

ठाकरे सरकार का एक और फैसला शिंदे-फडणवीस सरकार ने बदला

मुंबई मनपा यानी बीएमसी चुनाव में अपने फायदे के लिए मनपा की 9 सीटें बढ़ाने की आड़ में वार्डों का फिर से परिसीमन करने की पूर्व की ठाकरे सरकार की मंशा पर शिंदे-फडणवीस सरकार ने पानी फेर दिया है। अब 2017 के अनुसार ही बीएमसी का चुनाव होगा। यानी मुंबई मनपा में 227 सीटे ही होंगी। जबकि ठाकरे सरकार ने बीएमसी में सीटों की संख्या 236 कर दी थी। बुधवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया। भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस भी ठाकरे सरकार के इस फैसले के विरोध में थी।

शिवसेना की सत्ता वाली मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने वार्डों को आपस में जोड़कर, उनका पुन:गठन करके और परिसीमन आदि के माध्यम से नगर निकाय के वार्डों की संख्या 227 से बढ़ाकर 236 कर दी है। भाजपा भी इसका विरोध कर रही है। पार्टी के नेता पुराने वार्ड के आधार ही चुनाव की मांग कर रहे हैं। बीएमसी ने इस साल होने वाले नगर निकाय चुनाव के मद्देनजर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए सीटें आरक्षित करने के लिए पिछले सप्ताह लॉटरी निकाली थी। अब फिर से आरक्षण की लॉटरी निकालनी पड़ेगी।

इसके पहले मंगलवार को  कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस से मुलाकात करके उनसे मुंबई नगर निकाय के वार्डों का परिसीमन और सीमांकन रद्द करने की मांग की थी। शिवसेना का नाम लिए बगैर प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता व पूर्व केन्द्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने कहा था कि एक पार्टी के लाभ के लिए परिसीमन और सीमांकन करना ‘अनैतिक’ और संविधान के विरुद्ध है।

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