दोनों पक्षों के वरिष्ठ नेता आगामी नगर निकाय चुनावों में भाजपा-मनसे गठबंधन के लिए पुल बनाने के लिए जोरदार प्रयास कर रहे हैं। मुंबई में देवेंद्र फडणवीस और मनसे प्रमुख राज ठाकरे अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर एक साथ नजर आ रहे हैं| हाल ही में मनसे नेता बाला नंदगांवकर पुणे गए और भाजपा के वरिष्ठ नेता गिरीश बापट से मुलाकात की|
इसी को लेकर चर्चा थी कि भाजपा मुंबई के बाद पुणे में चुनाव के लिए मनसे (मनसे) से हाथ मिलाएगी| हालांकि, इन कोशिशों को अब भाजपा के पूर्व सहयोगी सांसद संजय काकड़े ने नाकाम कर दिया है| संजय काकड़े ने नगर निकाय चुनाव में भाजपा के मनसे के साथ गठबंधन का साफ तौर पर विरोध किया है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने हाल ही में कहा था कि स्थानीय स्तर के नेता तय करेंगे कि भाजपा किस पार्टी के साथ नगर निकाय चुनाव में गठबंधन करेगी| इसलिए, अगर पुणे में भाजपा के अन्य नेता संजय काकड़े को घसीटते हैं, तो मनसे-भाजपा गठबंधन नहीं रह पाएगा।
संजय काकड़े ने राज ठाकरे के पहले के बयानों का हवाला देते हुए मनसे-भाजपा गठबंधन का विरोध किया है। बाला नंदगांवकर गिरीश बापट से मिले। इन सभी पार्टियों में इस तरह की बैठकें हो रही हैं| इसका मतलब यह नहीं है कि पार्टियां गठबंधन करेंगी। मेरा स्वयं यह मत नहीं है कि भाजपा को पुणे में मनसे के साथ गठबंधन करना चाहिए। भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष के तौर पर मेरी सलाह है कि भाजपा को राज्य स्तर पर भी मनसे से गठबंधन नहीं करना चाहिए|