प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने तीसरी बार लोकसभा चुनाव जीतकर देश में सत्ता स्थापित कर ली है। मोदी की तीसरी सरकार का पहला बजट आज (1 फरवरी 2015) पेश किया गया। इस मौके पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए कई योजनाएं पेश कीं| विभिन्न क्षेत्रों के लिए पर्याप्त प्रावधान की घोषणा। नई सरकार ने शिक्षा क्षेत्र को भी महत्व दिया है।वित्त मंत्री ने अपने भाषण में कहा, ”पिछले 10 साल में देश के 23 आईआईटी में छात्र क्षमता 65 हजार से बढ़कर 1.35 लाख हो गई है|
ये बढ़ोतरी 100 फीसदी है| 2014 के बाद शुरू हुए पांच आईआईटी में अतिरिक्त सुविधाएं स्थापित की जानी हैं। पटना आईआईटी में हॉस्टल सुविधाएं भी बढ़ाई जाएंगी। इस बीच उन्होंने छात्रों के लिए बड़ा ऐलान किया| साथ ही वित्त मंत्री ने इस मौके पर यह भी घोषणा की कि मेडिकल कॉलेजों में 10,000 सीटें बढ़ाई जाएंगी|
निर्मला सीतारमण ने कहा, आईआईटी पटना में हॉस्टल और अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी | आईआईटी सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा | अब देश में 6,500 और छात्रों को प्रवेश मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगले पांच साल में मेडिकल कॉलेजों में 75,000 सीटें बढ़ाई जाएंगी| पिछले साल वित्त मंत्री ने देश में नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की घोषणा की थी. इसके बाद अब एमबीबीएस सीटें बढ़ाने का ऐलान किया गया है|
शिक्षा क्षेत्र के लिए पर्याप्त प्रावधान: पिछले साल के बजट में इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू), स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर, केंद्रीय विद्यालय एसोसिएशन के बजट में भी बढ़ोतरी की गई थी। पिछले साल के बजट में इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय को 140 करोड़ रुपये आवंटित किये गये थे|
वहीं स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर के लिए 185.85 करोड़ रुपये का ऐलान किया गया| अब इसे बढ़ा दिया गया है| एआई में उत्कृष्टता केंद्र शिक्षा क्षेत्र के लिए एक नया केंद्र होगा। सीतारमण ने ऐलान किया कि इसके लिए 5 हजार करोड़ का प्रावधान किया जाएगा|
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