केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को चीन में कोरोना के प्रकोप के मद्देनजर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा। पत्र में उल्लेख किया गया है, “केवल पूरी तरह से प्रतिरक्षित लोगों को ही भारत जोड़ो यात्रा में भाग लेने की अनुमति दी जानी चाहिए, नियमों का पालन करें या यात्रा रद्द करें।”
इस बीच शिवसेना ने इस पत्र के बाद मोदी सरकार पर निशाना साधा है। शिवसेना के मुखपत्र सामना ने आलोचना की है कि लगता है कि ‘कोविड 19’ का वायरस केंद्र सरकार ने जारी कर दिया है क्योंकि भारत जोड़ो यात्राओं को कानून और साजिश से नहीं रोका जा सकता है।
शिवसेना ने केंद्र सरकार की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि चीन में कोरोना का संक्रमण फिर से तेजी से बढ़ने लगा है। इसलिए, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सुझाव दिया है कि राहुल गांधी को ‘भारत जोड़ो’ दौरे को खत्म करना चाहिए।
राहुल गांधी की यात्रा के 100 दिन पूरे हो गए हैं| साथ ही इस यात्रा को लोगों का भारी समर्थन मिल रहा है। जैसा कि भारत जोड़ो यात्राओं को कानून और साजिश से नहीं रोका जा सकता है, ऐसा लगता है कि ‘कोविड 19’ का वायरस केंद्र सरकार द्वारा जारी किया गया है।”
यही नहीं, शिवसेना ने यह सवाल भी मोदी सरकार से पूछा है कि ‘भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उमड़ी भीड़ के कारण कोरोना संक्रमण के बढ़ने की वास्तविक आशंका है। लेकिन तीन साल पहले जब कोरोना का प्रकोप फैला तो आपने ही तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को गुजरात आमंत्रित किया था और लाखों लोगों को उनके सम्मान में इकट्ठा किया था| उस वक्त कई लोगों ने आशंका जताई थी कि अमेरिका से आने वाले लोग कोरोना लेकर आएंगे,लेकिन क्या प्रधानमंत्री मोदी ने सुनी? तो अब कोरोना का ऐसा राजनीतिक डर क्यों होना चाहिए?”
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