भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को चंडीगढ़ मेयर का चुनाव जीत गई है। बीजेपी को इस चुनाव में कुल 16 वोट मिले, जबकि इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार को 12 वोट मिले। जबकि, गठबंधन के 8 वोट रिजेक्ट कर दिया गया। बता दें कि, चंडीगढ़ नगर निगम में कुल पार्षदों की संख्या 35 है। वहीं, मेयर के चुनाव में चंडीगढ़ के सांसद का भी वोट गिना जाता है। इस लिहाज कुल वोटों की संख्या 36 हुई। बहुमत के लिए 19 वोटों की जरूरत होती है।
दरअसल, चंडीगढ़ मेयर चुनाव के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने गठबंधन कर बीजेपी के खिलाफ अपना संयुक्त उम्मीदवार उतारा। लेकिन बीजेपी उम्मीदवार ने 20 पार्षदों के इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार को हरा दिया। गौरतलब है कि, चुनाव के दौरान बीजेपी उम्मीदवार को 16 वोट मिले। इसमें 14 बीजेपी के पार्षदों के, एक बीजेपी सांसद किरण खेर के और एक वोट अकाली दल के पार्षद है। इस आधार पर कुल बीजेपी के उम्मीदवार को 16 वोट मिले। लेकिन कांग्रेस और आप के 20 पार्षदों की संख्या वाले गठबंधन में कुल 12 वोट सही मिले जबकि 8 वोट रद्द कर दिए गए। जिसकी वजह से बीजेपी उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित हुई।
इसमें 13 पार्षदों के साथ आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर पर है, जबकि कांग्रेस के पास कुल पार्षदों की संख्या 7 है। इनको मिला दें तो इनकी कुल संख्या 20 हो जाती है। वहीं, अकाली दल का एक पार्षद है। इसके वोटिंग के साथ बीजेपी के पक्ष में 16 वोट पड़े, जिसमें बीजेपी के 14 पार्षद, किरण खेर का एक वोट और अकाली दल का वोट मिलाकर कुल 16 वोट होते है।
वहीं, आप ने मेयर में चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है। आप ने अब कोर्ट जाने का ऐलान किया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर एक पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में दिन दहाड़े जिस तरह धोखाधड़ी की गई वह बेहद चिंताजनक है।
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