हाल ही में हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत हुई है। इससे राज्य में कांग्रेस के साथ महाविकास अघाड़ी का विश्वास बढ़ा है। इस बीच महाराष्ट्र में कई जगहों पर स्थानीय निकायों के चुनाव लंबित हैं। शिवसेना का ठाकरे गुट लगातार राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार पर चुनाव से डरने का आरोप लगाता रहा है| इसी तरह विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के बाद अब सीधे 2024 के बाद नगर निकाय चुनाव कराये जायेंगे|
इस बारे में जब मीडिया के प्रतिनिधियों ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले से सवाल किया तो बावनकुले ने कहा, मैं पहले ही बता चुका हूं कि एनसीपी की वजह से नगर निगम, जिला परिषद और नगरपालिका चुनाव रुके हुए हैं| सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में उनकी याचिकाओं के कारण चुनाव में देरी हो रही है। ये चुनाव भाजपा की वजह से नहीं रुके हैं|
चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, अगर एनसीपी नेता सुप्रीम कोर्ट में याचिका वापस लेते हैं तो राज्य में कभी भी चुनाव हो सकते हैं|एक साल से ये चुनाव इसलिए नहीं हो पाए हैं क्योंकि एनसीपी द्वारा सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में दायर याचिकाओं ने मुश्किलें पैदा कर दी हैं|
एनसीपी ने कई जगहों पर अवैध सीटें बढ़ाईं, नागर सेवकों की सीटें बढ़ाईं, वार्ड बढ़ाए। जनगणना के आंकड़े उपलब्ध नहीं होने पर उन्होंने वार्डों का विस्तार किया, जिसे सरकार ने रद्द कर दिया था। इसलिए एनसीपी पार्टी कोर्ट गई। इसलिए इन चुनावों की नाकामी के लिए एनसीपी जिम्मेदार है।
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