महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के उस बयान से विवाद पैदा हो गया है जिसमें उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बीमारी से ठीक होने तक अपना प्रभार किसी और सौंप देना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा शीत सत्र के दौरान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अनुपस्थिति ठीक नहीं है। पाटिल यह बात विधान सभा शुरू होने से पहले पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही है।
बता दें कि उद्धव ठाकरे की सर्वाइकल स्पाइन सर्जरी की गई है। मंगलवार को मुख्यमंत्री ने कैबिनेट और विधायकों की एक बैठक में वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए थे। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री उद्दव ठाकरे अपने आवास से कार्य कर रहे हैं और डिजिटल माध्यम से कैबिनेट की बैठक में शामिल हो रहे हैं।
चंद्रकांत पाटिल ने बुधवार को कहा कि अगर मुख्यमंत्री शीतकालीन सत्र में भाग लेने में असमर्थ हैं तो उन्हें कार्य करने के लिए किसी और को अपना प्रभार सौंप सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह उचित नहीं है कि मुख्यमंत्री पूरी तरह से शीतकालीन सत्र में अनुपस्थित रहे। उन्होंने कांग्रेस और एनसीपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ” उन्हें कांग्रेस और राकांपा पर भरोसा नहीं है, क्योंकि वे अपना पड़ा नहीं छोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि आदित्य ठाकरे को यह प्रभार दिया जा सकता है।
महाराष्ट्र: बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस और चंद्रकांत पाटिल के नेतृत्व में पार्टी के विधायकों ने मुंबई में TET पेपर लीक, ओबीसी आरक्षण सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ विधानसभा में विरोध प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/3spV0I7Bzy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 22, 2021
वहीं, दूसरी ओर बुधवार को बीजेपी नेता देवेन्द्र फडणवीस और प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने विभिन्न मुद्दों को लेकर विधानसभा में विरोध प्रदर्शन किया। जिसमें टीईटी पेपर लीक, ओबीसी आरक्षण सहित कई मुद्दों को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
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