मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद पार्टी के नाम ‘शिवसेना’ और ‘धनुष बाण’ चुनाव चिह्न को लेकर शिंदे गुट और ठाकरे गुट के बीच संघर्ष चल रहा है| इस संबंध में केंद्रीय चुनाव आयोग के समक्ष दस्तावेज और लिखित दलीलें पेश करने का आज अंतिम दिन है| इस बीच, शिंदे गुट के साथ ठाकरे गुट की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इसे लेकर मोदी सरकार की आलोचना की है।
“हमें शिवसेना पार्टी का नाम,धनुष और तीर का चुनाव चिन्ह मिलेगा। चाहे पार्टी कार्यकर्ता हों या पदाधिकारी, हमने ज्यादातर हलफनामे चुनाव आयोग को सौंपे हैं। फिर भी अगर शिंदे गुट रातोंरात कहता है, हम शिवसेना हैं, तो ये पैसे और सत्ता की बात कर रहे हैं| हालांकि, लोग, पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी हमारे साथ हैं और हमने इसे चुनाव आयोग के सामने साबित कर दिया है।
उन्होंने कहा, ‘शिंदे गुट के विधायक और सांसद शिवसेना के बैनर पर जीते हैं। यदि ये लोग फिर एक समूह बनाते हैं, तो समूह अमान्य है। मूल रूप से अगर उनमें हिम्मत है तो उन्हें अपने विधायकों से इस्तीफा देकर अपने दम पर लड़ना चाहिए। यह राज्य के मतदाताओं के साथ एक तरह का धोखा है।आने वाले चुनाव में जनता उन्हें सबक सिखाएगी।
इस दौरान उन्होंने आगे बोलते हुए मोदी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘शिवसेना पार्टी के नाम और तीर-धनुष के चुनाव चिह्न का नतीजा अब तक आ जाना चाहिए था। लेकिन जानबूझकर इस फैसले को टाला जा रहा है| क्योंकि चुनाव आयोग मोदी सरकार के दबाव में है। वास्तव में, न केवल चुनाव आयोग, बल्कि ईडी या सीबीआई, मोदी सरकार दबाव में है।