महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को जन्मदिन की बधाई दी, लेकिन शिंदे ने अपने बधाई संदेश में शिवसेना पक्ष प्रमुख के बजाय उद्धव ठाकरे को पूर्व सीएम लिखा है। ऐसे में सवाल उठने लगा है कि क्या सीएम शिंदे उद्धव ठाकरे को शिवसेना प्रमुख नहीं मानते? वहीं उद्धव ठाकरे ने अपने इंटरव्यू के दूसरे भाग में कहा कि महाविकास आघाड़ी का प्रयोग गलत नहीं था। उनका लोगों तहे दिल से स्वागत ही किया था।
27 जुलाई को उद्धव का जन्मदिन है। मुख्यमंत्री शिंदे ट्विटर पर अपने बधाई संदेश में लिखा ’महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय श्री उद्धवजी ठाकरे जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। उनकी लंबी आयु और स्वस्थ जीवन हो, माँ जगदम्बा के चरणों में प्रार्थना। इस बीच चुनाव आयोग में शिवसेना पर कब्जे को लेकर शुरू दावे के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना की तरफ दाखिल याचिका पर 1 अगस्त को सुनवाई होगी।
कल ये पीएम की कुर्सी पर भी दावा करेंगे: इस बीच शिवसेना के मुखपत्र सामना को दिए इंटरव्यू के दूसरे भाग में उद्धव मुख्यमंत्री शिंदे पर खूब बरसे हैं। ठाकरे ने कहा, ‘हर पाप का घड़ा भरता है। कल ये महाशय खुद को नरेंद्र भाई मोदी समझेंगे और प्रधानमंत्री पद पर दावा करेंगे। भाजपाइयों सावधान!’ साक्षात्कार के दूसरे भाग में ‘ठाकरे’ ने अत्यंत व्यथित मन से कहा, ‘जिन्हें मैंने अपना माना वे लोग ही छोड़कर चले गए, मतलब वे लोग कभी भी हमारे थे ही नहीं।
उन्हें लेकर बुरा लगने की कोई वजह नहीं है। उद्धव ठाकरे ने एक और सच्चाई बताई, ‘भाजपा में आज बाहर से आए लोगों को ही सब कुछ दिया जाता है। मुख्यमंत्री पद से विरोधी पक्ष के नेता पद तक।’ उद्धव ठाकरे ने स्पष्टता से कहा, ‘महाविकास आघाड़ी का प्रयोग गलत नहीं था। लोगों ने स्वागत ही किया था। ‘वर्षा’ छोड़कर जाते समय महाराष्ट्र में अनेकों के आंसू बहे। किस मुख्यमंत्री को ऐसा प्यार मिला है? उन आंसुओं का मोल मैं व्यर्थ नहीं जाने दूंगा।’
उद्धव ठाकरे ने ‘ईडी’, ‘सीबीआई’ के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि ‘दिल्लीवालों को शिवसेना बनाम शिवसेना का झगड़ा लगाकर महाराष्ट्र में मराठी माणुस के हाथ से ही मराठी माणुस का सिर फुड़वाना है!’
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