विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार का भाषण सुनने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस विधानसभा हॉल में मौजूद नहीं थे| यह देख अजित पवार का पारा चढ़ गया। मैं उपमुख्यमंत्री था। अगर मुझे पता भी होता कि नेता प्रतिपक्ष बोलने वाला है तो मैं हॉल में बैठ कर उसे सुनता था| लेकिन मौजूदा शासकों के पास करने के लिए और काम है। शिंदे-फडणवीस बड़े लोग हैं। अजित पवार ने सत्ताधारियों से कहा, वे हम जैसे ओछे व्यक्ति का भाषण सुनने के लिए हॉल में नहीं बैठते |
महाराष्ट्र विधानमंडल के बजट सत्र के दूसरे दिन आज विपक्ष का दबदबा रहा। नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने किसान सवाल, प्याज-कपास दर, छत्रपति शिवराय -बाबासाहेब अंबेडकर स्मारक के सवाल, राज्य में कानून – व्यवस्था की स्थिति और सत्ता पक्ष के विधायकों के लगातार खड़े होने के मुद्दे पर सवाल खड़े किये गए।
नाराज क्यों हैं अजित पवार? : सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों द्वारा बार-बार महापुरुषों के अपमान की बात करते हुए दादा ने सीधे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अनुपस्थिति की ओर अपना रुख कर लिया। “मंत्री गिरीश महाजन यहां सरकार के प्रतिनिधि के रूप में बैठे हैं। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के पास बहुत काम है। इसलिए उनके पास यहां इंतजार करने का समय नहीं है। वह यह कहकर चला गया कि वह ऊपरी हॉल में जानें चाहते हैं। लेकिन ऊपरी हॉल बंद है, लेकिन वे ऊपरी हॉल में चले गए”।
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