सोमवार को बकरीद पर उड़ीसा राज्य के बालासोर में दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया। इसके बाद राज्य सरकार ने बालासोर में कर्फ्यू लगा दिया| गाय की बलि दिए जाने की आशंका के बाद तनाव पैदा हो गया|बालासोर कलेक्टर आशीष ठाकरे ने कहा कि कर्फ्यू लगने के बाद हिंसा भड़कने की कोई नई जानकारी हमारे पास नहीं आई है| एहतियात के तौर पर हम कुछ समय के लिए पूरे शहर में कर्फ्यू बरकरार रखेंगे|
राज्य सरकार ने इंटरनेट भी बंद करने का फैसला किया है|बालासोर और उसके आसपास इंटरनेट सेवाएं बंद कर दिया गया है| कानून व्यवस्था विभाग के अपर पुलिस महानिदेशक संजय कुमार ने बताया कि तनाव पैदा करने के आरोप में दोनों समुदाय के 34 लोगों को हिरासत में लिया गया है|
साथ ही अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है| शहर में पुलिस की 43 टुकड़ियां तैनात की गई हैं| साथ ही अतिरिक्त 15 टुकड़ियां को ऑर्डर दिया जा रहा है| साथ ही स्थिति को नियंत्रित करने के लिए यहां चार आईपीएस अधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है। संजय कुमार ने आगे कहा कि हम लोगों को न्यूनतम असुविधा सुनिश्चित करने और एम्बुलेंस और अन्य आवश्यक सेवाओं में बाधा न डालने के लिए सावधानी बरत रहे हैं। आवश्यक सेवाओं को कर्फ्यू से बाहर रखा गया है|
आख़िर क्या है मामला?: प्रारंभिक पुलिस जांच के अनुसार, उत्तरी उड़ीसा के सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील इलाके में तनाव फैल गया। इस जगह पर सीवर का पानी लाल रंग में देखकर कुछ लोगों को शक हुआ कि पानी में खून मिला हुआ है| इलाके में अफवाह फैल गई कि बकरीद होने के कारण गाय की बलि दी गई होगी| अफवाह के बाद दो समुदायों के बीच हिंसा भड़क गई| दोनों तरफ से पथराव हुआ| इसके बाद पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए लाठीचार्ज किया और स्थिति को नियंत्रण में करने की कोशिश की|
पुलिस के मुताबिक लाठीचार्ज में चार से पांच पुलिस अधिकारी और नागरिक घायल हो गये. कुछ गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई है| उड़ीसा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने बालासोर के जिला कलेक्टर से बातचीत कर स्थिति की समीक्षा की और शांति की अपील की।
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