यूपी में आरक्षण को लेकर प्रदेश कांग्रेस ने नई रणनिती अपनाई है। यूपी कांग्रेस अब आरक्षण की 50 प्रतिशत सीमा के विरोध में भूमिका लेते दिखेगी। हाल ही के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस जातिगत जनगणना करवाने के मुद्दे पर चुनाव में उत्तरी थी, जिसके बाद कांग्रेस को उत्तरप्रदेश में 6 सीटें मिली थी।
लोकसभा 2024 के चुनावों में जातिगत जनगणना करवाने का मुद्दा वोटिंग फैक्टर साबित हुआ था, अब इसी मुद्दे का फायदा उठा ने के लिए कांग्रेस, सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़कर 50 प्रतिशत जातिगत आरक्षण के सीमा को खंडित करने की मांग करेगी।
कहा जा रहा है कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर अब कमर कस ली है, कार्यकर्ताओं को इस मुद्दे को लेकर समाज में जाने और लोगों को एकसाथ लाने के आदेश भी दिए गए है। प्रदेश कांग्रेस करीब 10 लाख हस्ताक्षरों के साथ आंदोलन की शुरुवात करेगी। इसी के साथ जातिगत जनगणना की मांग को भी तेज करने की बात की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ सत्ता पक्ष का कहना है की कांग्रेस लोगों को गुमराह कर आपसी सौहार्द को बिगड़ने में लगी हुई है।
वहीं हिंदू संगठनों ने भी कांग्रेस की जातिगत जनगणना के मांग की आलोचना की है, संघटनों का कहना है कांग्रेस जातिगत जनगणना कर हिंदुओ में ‘फुट डालो राज करो’ की नीति अपना रहीं है। वहीं राजनितिक विशेषज्ञों का कहना है, सोशल मीडिया पर कांग्रेस की जातिगत जनगणना और 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण की मांग पिछड़ी जातियों एवं समुदायों से ज्यादा कांग्रेस के शांतिप्रिय सेक्युलर कोर वोटरों में ज्यादा है।
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