आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की मुश्किलें कम होती नहीं दिखाई दे रही है|आयकर विभाग ने टैक्स मामले में छापामारी कर कांग्रेस के चार बैंक खाते फ्रीज कर दिए|इस कार्रवाई के बाद अब कांग्रेस लोकसभा चुनाव में एक पैसा भी खर्च नहीं कर पा रही है|यही नहीं विभाग ने कांग्रेस को 1,823 करोड़ का टैक्स चुकाने का नोटिस जारी किया| पार्टी की ओर फ्रिज खाते को लेकर एक याचिका दायर की थी, जिसे हाईकोर्ट ने ख़ारिज कर दिया है|
कांग्रेस पार्टी ने आयकर मध्यस्थ (आईटीएटी) द्वारा जबर्दस्त झटका दिया गया है। कांग्रेस के बैंक खाते से आयकर विभाग द्वारा 135 करोड़ रुपये निकालने पर रोक लगाने की मांग की गई, लेकिन इनकम टैक्स आर्बिट्रेटर ने कांग्रेस की मांग को खारिज कर दिया|
एक रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस को उक्त नोटिस वर्ष 2017-18 और 2020-21 के आयकर भुगतान में विसंगतियों के कारण जारी किया गया था।उक्त नोटिस आयकर विभाग द्वारा वर्ष 2014-2021 के दौरान कुल 523.87 करोड़ रुपये के बेहिसाब लेनदेन के मामले में जारी किया गया था| यह भी कहा जा रहा है कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले आयकर विभाग द्वारा की गई छापेमारी में 523.87 करोड़ रुपये का बेहिसाब लेनदेन पाया गया था|
22 मार्च को आयकर विभाग के तलाशी अभियान पर रोक लगाने के लिए उच्च न्यायालय में कांग्रेस की याचिका भी खारिज कर दी गई। इसके बाद कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर निशाना साधा| कांग्रेस ने आरोप लगाया कि उन्हें पंगु बनाया जा रहा है|
कोषाध्यक्ष अजय माकन ने आरोप लगाया कि भाजपा टैक्स कानूनों का उल्लंघन कर रही है| अजय माकन ने यह भी कहा कि जो नियम हम पर लगाया जा रहा है वही नियम अगर भाजपा पर लगाया जाए तो उन्हें आयकर विभाग द्वारा 4600 करोड़ रुपये का नोटिस दिया जाना चाहिए|
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