वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2025 को बजट पेश करेंगी। आम जनता और मिडिल क्लास को इस बजट से काफी उम्मीदें हैं। हालांकि, सरकार ने बजट में पिछली बार कई बदलाव किये थे। यहां आपको पिछले साल टैक्स में किये बदलाव और इस बार की उम्मीदों के बारे में बता रहे हैं।
पिछले बजट में नई टैक्स स्लैब के रेट्स में बदलाव किये। 3-7 लाख रुपये पर 5 प्रतिशत, 7-10 लाख रुपये पर 10 प्रतिशत, 10-12 लाख रुपये पर 15प्रतिशत, 12-15 लाख रुपये पर 20प्रतिशत, और 15 लाख रुपये से ऊपर की आय पर 30 प्रतिशत टैक्स किया गया।
स्टैंडर्ड डिडक्शन की लिमिट 50,000 रुपये से बढ़ाकर 75,000 रुपये कर दी गई। शॉर्ट टर्म कैपिटल गेंस टैक्स (STCG) की दर 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया गया। लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस टैक्स (LTCG) की दर 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत कर दिया गया।
पिछले कुछ सालों में लोगों की आय और खर्च दोनों बढ़े हैं, लेकिन टैक्स बचाने की सीमा में कोई इजाफा नहीं हुआ। अगर यह सीमा 3 लाख रुपये तक बढ़ाई जाती है, तो टैक्सपेयर्स को ज्यादा टैक्स बचाने और अपनी बचत बढ़ाने का मौका मिलेगा।
खबरों के मुताबिक, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट 2025 में इनकम टैक्स अधिनियम की धारा 80C की सीमा को 1.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 3 लाख रुपये किये जाने की उम्मीद है। साथ 80D में मिलने वाली छूट बढ़ाने की मांग भी की जा रही है। साथ ही ये भी मांग नौकरीपेशा कर रहे हैं कि 10 लाख रुपये तक की इनकम पर कोई टैक्स न लगाया जाए। हालांकि, अब देखना होगा कि सरकार मिडिल क्लास को कितनी राहत बजट में देती है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2025 को बजट पेश करेंगी। आम जनता और सैलरीड क्लास को इस बजट से काफी उम्मीदें हैं। मिडिल क्लास उम्मीद कर रहा है कि उन्हें बजट में टैक्स के अंदर कुछ राहत मिलेगी। स्टैंडर्स डिडक्शन की लिमिट को बढ़ान हो या 80C की लिमिट बढ़ाई जाए|
यह भी पढ़ें-
दिल्ली विधानसभा चुनाव: रोहिणी की रैली में अमित शाह ने केजरीवाल पर बोला हमला!