भाजपा विधायक अतुल भातखळकर ने 7 जुलाई को महाराष्ट्र विधानसभा में मांग की कि ‘स्वायत्त महाराष्ट्र’ नामक X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाए और उसके पीछे जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने इस अकाउंट द्वारा की जा रही देशविरोधी, समाज में वैमनस्य फैलाने वाली और मराठी-अमराठी के बीच भेदभाव बढ़ाने वाली पोस्टों का मुद्दा उठाया।
भातखळकर ने बताया कि इस अकाउंट के 1,700 से अधिक फॉलोअर्स हैं और इसकी पोस्टें पूरी तरह से सरकार विरोधी, भड़काऊ और समाज को तोड़ने वाली हैं। उन्होंने सदन में इस अकाउंट से संबंधित पूरी जानकारी भी रखी।
भाजपा विधायक अतुल भातखळकर ने कहा कि यह अकाउंट समाज में भाषायी और सामाजिक द्वेष फैलाने का काम कर रहा है। यहां तक कि यह दावा भी किया गया है कि “महाराष्ट्र को 1947 में ही एक स्वतंत्र राष्ट्र बन जाना चाहिए था”, जो कि पूरी तरह से देशद्रोही बयान है।
भातखळकर ने गृह विभाग से इस अकाउंट की विस्तृत जांच कराने और यह पता लगाने की मांग की कि इसके पीछे कौन लोग हैं, जो महाराष्ट्र और मराठी समाज को बदनाम करने और समाज में फूट डालने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने इस अकाउंट को बंद करने और संबंधित लोगों को गिरफ्तार करने की मांग दोहराई।
अपने ट्वीट में उन्होंने कहा, “इस मानसिकता को कुचल देना चाहिए। यह अकाउंट ‘स्वायत्त महाराष्ट्र’ के नाम से चल रहा है और इस पर 1947 से महाराष्ट्र को एक अलग राष्ट्र बताने जैसे देशविरोधी विचार साझा किए जा रहे हैं। महायुती सरकार को तत्काल इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”
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