अडानी उद्योग समूह द्वारा किए जा रहे धारावी के पुनर्विकास परियोजना के खिलाफ शिवसेना (ठाकरे समूह) पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में एक मार्च निकाला गया| इस मार्च में महाविकास अघाड़ी समेत शिवसैनिकों, अन्य संगठनों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया|इस बार उद्धव ठाकरे ने अप्रत्यक्ष रूप से केंद्रीय मंत्री नारायण राणे पर हमला बोला है|
उद्धव ठाकरे ने कहा,धाराविकरों के घर में कोई सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्री है,लेकिन धाराविकरों के घरों में सूक्ष्म और लघु उद्योग चलते हैं। धारावी में जैकेट, जूते और सर्जिकल धागे का भी उत्पादन किया जाता है|
“धारावी के अयोग्य नागरिकों को मिठगरा भेजा जाएगा”: कोरोना के समय में धारावी के लोगों को पात्र या अपात्र के रूप में तय नहीं किया गया है। तो, विकास के दौरान किसी पात्र को अयोग्य घोषित करने वाले आप कौन होते हैं? धारावी के अयोग्य नागरिकों को मिठगरा भेजा जाएगा। मिठगरा पर अभी फैसला नहीं हुआ है| यानी मिठगरा की जगह भी 99 साल के कॉन्ट्रैक्ट पर अडानी को दी जाएगी| अभी 50 से 55 हजार लोग पात्र हैं। इसलिए, लाखों लोग अयोग्य हैं, उद्धव ठाकरे ने कहा|
“हम विकास के विरोधी नहीं हैं”: धारावी के नागरिकों को मीठागर भेजा जाएगा और वह भी पुनर्विकास के लिए ग्रामीणों को दे दिया जाएगा। विकास के नाम पर सब कुछ जबरदस्ती किसानों के गले उतारा जा रहा है। धाराविकरों को 500 फीट का घर मिलना चाहिए| हम विकास के विरोधी नहीं हैं| धारावीकरों को जहां भी वे हैं, घर मिलना चाहिए। साथ ही अडानी को रेलवे लाइन में अपना घर बनाना चाहिए| उद्धव ठाकरे ने ये भी कहा है कि धाराविकरों का घर नहीं बनना चाहिए| उद्धव ठाकरे ने यह भी मांग की है कि सरकार धारावी को बीडीडी चली की तरह विकसित करे|
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