मराठा आरक्षण पर चर्चा के लिए ऑल इंडिया मराठा फेडरेशन ने नागपुर में बैठक बुलाई थी| यह बैठक अभी ख़त्म हुई है| बैठक के बाद ऑल इंडिया मराठा फेडरेशन के अध्यक्ष दिलीप जगताप ने मीडिया से बातचीत की| इस मौके पर दिलीप जगताप ने कहा कि मराठों को हर हाल में आरक्षण दो, आरक्षण की सीमा बढ़ानी है तो बढ़ाओ| वहीं, अगर अनशनकारी मनोज जारांगे की जान को खतरा हुआ तो यह मामला राज्य सरकार को महंगा पड़ेगा|
दिलीप जगताप ने कहा, मराठा आरक्षण का मुद्दा अब ज्वलंत मुद्दा बन गया है| यह अब मराठों के लिए जीवन और मृत्यु का प्रश्न बन गया है। हमें आरक्षण चाहिए. हमें 50 फीसदी आरक्षण दो या 50 फीसदी में से दो, लेकिन हमें आरक्षण मिलना चाहिए| अनशनकारी मनोज जरांगे पाटिल पिछले 12 दिनों से संघर्ष कर रहे हैं| वह तीन दिन से सेलाइन पर हैं। अगर उनके जीवन के साथ कुछ बुरा होता है, तो यह इस सरकार को महंगा पड़ेगा।
दिलीप जगताप ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा, अगर मनोज जारांगे पाटिल की जान को कोई खतरा हुआ तो यह सरकार को महंगा पड़ेगा| अगर आप इसी महाराष्ट्र का मणिपुर बनाना चाहते हैं तो बनाइये | यदि नहीं तो मराठों को आरक्षण दें| मराठा महासंघ की हमारी मांग है कि किसी भी तरह से आरक्षण दिया जाए|
मराठा महासंघ के अध्यक्ष दिलीप जगताप ने कहा, अगर मराठों को आरक्षण देने के लिए आरक्षण की सीमा बढ़ानी पड़े तो बढ़ा दें| हम यह भी जानते हैं कि आरक्षण की सीमा बढ़ाना राज्य सरकार के हाथ में नहीं है| इसलिए राज्य के सभी विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों को हमारे साथ दिल्ली आना चाहिए। अगर तुम चाहो तो मैं सबके लिए टिकट खरीद लूंगा| वहां सभी लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहें, हम मणिपुर को महाराष्ट्र का नहीं बनाना चाहते, इसलिए तुरंत आरक्षण सीमा बढ़ाएं और मराठों को आरक्षण दें, मोदी से कहें।
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