एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के 40 बागी विधायकों के साथ मिलकर महाविकास आघाडी की शिवसेना सरकार को राज्य की सत्ता से बाहर कर दिया है। महाविकास अघाड़ी सरकार के गिरने से संभावना है कि आने वाले समय में राज्य में सत्ता समीकरण बदल जाएगा। उधर, मुंबई, कल्याण डोंबिवली, औरंगाबाद समेत राज्य के अन्य शहरों के नगर निकाय चुनाव नजदीक हैं|
राज्य में चल रहे विधानसभा और नगर निकाय चुनाव को देखते हुए महाविकास अघाड़ी ने आज यानि 23 अगस्त को एक अहम बैठक बुलाई है| इस बैठक में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ कांग्रेस, एनसीपी के अहम नेता शामिल होंगे| यह बैठक शाम को मुंबई में होने वाली है| इस बैठक को लेकर विपक्ष के नेता अजित पवार ने और जानकारी दी है|
राष्ट्रवादियों के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, बालासाहेब थोराट, अजय चौधरी और कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक करने का निर्णय लिया गया। मानसून सत्र का दूसरा सप्ताह शुरू हो गया है। इसलिए हम सभी इस दौरान विपक्षी दलों के रूप में आगे बढ़ रहे हैं। हम एक को अपने बीच रखने की कोशिश कर रहे हैं।
उद्धव ठाकरे से इस बैठक में शामिल होने का अनुरोध किया गया था। उन्होंने इस अनुरोध को स्वीकार कर लिया। वे अपने तरीके से मार्गदर्शन करेंगे। अजीत पवार ने कहा कि इस बैठक का उद्देश्य महाविकास अघाड़ी में विधायकों को एक अच्छा संदेश देना है। इस बीच इस समय मानसून सत्र चल रहा है। राज्य सरकार द्वारा अनुमोदन के लिए विभिन्न विधायकों को सदन के पटल पर रखा जा रहा है। इन विधेयकों पर चर्चा के दौरान विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच अच्छी लड़ाई देखने को मिल रही है|
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