भारत के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार (3 अक्तूबर) को प्रेस रिलीज के जरिए अमेरिका के USCIRF द्वारा प्रकाशित रिलीजियस फ्रीडम रिपोर्ट को नकार दिया है। विदेश मंत्रालय ने इसे पोलिटिकल अजेंडा से प्रेरित पक्षपात करने वाली संघटना कह दिया है।
विदेश मंत्रालय ने अपनी प्रेस रिलीज में कहा, “आंतरराष्ट्रिय धार्मिक स्वतंत्रता पर संयुक्त राष्ट्र आयोग (USCIRF) पर हमारे विचार सभी को ज्ञात हैं। यह राजनीतिक एजेंडे वाला एक पक्षपातपूर्ण संगठन है। यह तथ्यों को गलत तरीके से पेश कर भारत के बारे में एक प्रेरित कहानी बना रहा है। हम इस दुर्भावनापूर्ण रिपोर्ट को अस्वीकार करते हैं, जो केवल USCIRF को बदनाम करती है।”
साथ ही विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी एजेंसी USCIRF को अनुरोध किया है की एजेंडा-संचालित प्रयासों से बचें। साथ ही विदेश मंत्रालय ने कहा, “USCIRF को यह भी सलाह देतें है कि वह संयुक्त राज्य अमेरिका में मानवाधिकारों के मुद्दों को संबोधित करने के लिए अपने समय का अधिक उत्पादक रूप से उपयोग करें”
2 अक्टूबर को, USCIRF ने भारत में धार्मिक स्वतंत्रता पर हमलों का आरोप लगाते हुए “भारत में ढहती धार्मिक स्वतंत्रता पर रिपोर्ट” जारी की। इसमें दावा किया कि 2024 में, जागृत समूहों द्वारा लोगों को मार डाला गया, पीटा गया और हत्या कर दी गई, धार्मिक नेताओं को मनमाने ढंग से गिरफ्तार किया गया और घरों और पूजा स्थलों को ध्वस्त कर दिया गया। ये घटनाएँ धार्मिक स्वतंत्रता का गंभीर उल्लंघन हैं।
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रिपोर्ट में, USCIRF ने सिफारिश की कि अमेरिकी विदेश विभाग भारत को “कंट्री ऑफ़ पर्टिकुलर कंसर्न” CPC या धार्मिक स्वतंत्रता पर व्यवस्थित, चालू और गंभीर उल्लंघन करने वाले देशों में शामिल होने के रूप में नामित करे।