एक्स पर एक पाकिस्तानी यूजर ने लिखा, “भारत के लिए एक अपमानजनक हार, आईएमएफ कार्यकारी बोर्ड ने पाकिस्तान को लोन के लिए मंजूरी दे दी है। भारत ने इसे रोकने का प्रयास किया था।”
गुल पनाग ने जवाब देते हुए कहा, “सर, एक और लोन के लिए बधाई। हमें उस पैसे की जरूरत नहीं, आपको है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हमने 1993 से आईएमएफ से कोई लोन नहीं लिया है। यहां तक कि हमने सभी ऋणों का भुगतान भी 31 मई, 2000 तक पूरा कर दिया है।”
गुल पनाग ने एक लिंक भी शेयर किया, जिसमें उल्लेख किया गया था, “भारत ने 1993 से आईएमएफ से कोई वित्तीय सहायता नहीं ली है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से लिए गए सभी ऋण का भुगतान 31 मई, 2000 को पूरा हो चुका है।”
उल्लेखनीय है, 9 मई को आयोजित कार्यकारी बोर्ड की बैठक में भारत शामिल नहीं हुआ था। भारत ने पाकिस्तान को आईएमएफ से और अधिक वित्तीय सहायता दिए जाने का कड़ा विरोध करते हुए इस्लामाबाद के पिछले रिकॉर्ड को लेकर चिंता व्यक्त की।
बता दें, गुल पनाग के पिता हरचरणजीत सिंह पनाग भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट जनरल थे।
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