शरद पवार न होते, नहीं मिलता शिवसेना को मुख्यमंत्री पद: राउत

 शिवसेना नेता गीते के बयान पर पवार के समर्थन में उतरे शिवसेना सांसद

शरद पवार न होते, नहीं मिलता शिवसेना को मुख्यमंत्री पद: राउत

मुंबई। शिवसेना के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत गीते द्वारा राकांपा अध्यक्ष शरद पवार पर हमला बोलना राकांपा के अघोषित प्रवक्ता शिवसेना सांसद संजय राऊत पवार के बचाव में उतर आए हैं। राऊत ने कहा कि गीते का बयान उनकी निजी राय है। दिल्ली में राऊत ने कहा कि पवार देश के बड़े नेता हैं। पवार महाविकास आघाड़ी के प्रमुख स्तंभ हैं। अगर पवार न होते तो राज्य में महाविकास आघाड़ी की सरकार नहीं बनती और शिवसेना को मुख्यमंत्री पद मिल पाया है।
राऊत ने कहा कि भविष्य में किसके साथ गठबंधन करना है यह शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव तय करेंगे पर फिलहाल हमने महाविकास आघाड़ी के साथ सरकार चालने का फैसला किया है।

गीते के बयान से महाविकास आघाड़ी में मतभेत के सवाल पर राऊत ने कहा कि राज्य सरकार से गीते का क्या संबंध है? सरकार उद्धव ठाकरे चला रहे हैं।  इसके पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा शिवसेना नेता अनंत गीते ने कहा था कि कांग्रेस के पीठ में छुरा घोंपकर राकांपा बनाने वाले शरद पवार हमारे गुरु नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि राकांपा का जन्म कांग्रेस के पीठ में छुरा घोंपकर हुआ है। पवार कभी हमारे गुरु नहीं हो सकते। हमारे गुरु केवल बालासाहब हैं। गीते ने कहा कि महाविकास आघाड़ी का गठजोड़ केवल सत्ता के लिए एक समझौता है।

राऊत छोड़ सभी शिवसैनिको का एकमत- मुनगंटीवार

भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि गीते ने दिल से यह बयान दिया है। गीते ने जो बोला है वह ऐतिहासिक सत्य है। पवार ने एक बार नहीं तीन बार पीठ में छुरा भोंकने का काम किया है। मुनगंटीवार ने कहा कि शिवसेना सांसद संजय राऊत को छोड़कर बाकी सभी किसी भी शिवसेना के मंत्री और नेता का नार्को टेस्ट कीजिए। वे कही कहेंगे कि शिवसेना का कांग्रेस और राकांपा के साथ गठबंधन करना राजनीतिक आत्महत्या है। मुनगंटीवार ने कहा कि राऊत शिवसेना और राकांपा में से किसके हैं यह पता लगाने के लिए पीएचडी करनी पड़ेगी। क्योंकि वे उद्धव से ज्यादा  पवार की तारीफ करते हैं।

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