कनाडा के कैलगरी शहर में आने वाली २८ तारीख को खालिस्तानी आतंकवादी तलविंदर सिंह परमार और हरदीप सिंह निज्जर के सम्मान में कार्यक्रमों और शोभा यात्राओं का आयोजन किया जा रहा है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से उत्तरी अमेरिका और कनाडा भर से खालिस्तानी समर्थकों को एक साथ लाने आतंकवादी तलविंदर सिंह परमार और निज्जर का सम्मान करने के साथ खालिस्तान रेफरेंडम के लिए प्रतीकात्मक चुनाव भी आयोजित किए जाने वाले है।
पूरे कनाडा में खालिस्तानियों के इन कार्यक्रमों का आयोजन करने के लिए उन्हें कैलगरी शहर चुनने के पीछे दो वजह बताई जा रही रही। एक कैलगरी की मेयर प्रभजोत कौर जो ऐसे आतंकी संगठनों के लिए शहर को सुरक्षित और सहज बना रहीं है। दूसरी वजह यह भी है की उन दिनों कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो और विरोधी पक्ष के नेता पॉली चुनावों के उपलक्ष्य इस शहर में होंगे। खालिस्तानी इनका ध्यान आकर्षित करने का यह मौका छोड़ना नहीं चाहते।
यह बात सभी जानते है की, कनाडा के मेयर के पिता वर्ल्ड सिख ऑर्गनाइज़ेशन के बोर्ड मैंबर रह चुके है। यह कार्यक्रम कैलगरी के मार्टिंडेल में दशमेश सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित किया जा रहा है। यह विशेष गुरुद्वारा कनाडा में खालिस्तानी समर्थक गुरुद्वारों की सूची में सबसे ऊपर है। पत्रकार मोका बजीरगन के अनुसार इस गुरुद्वारे का सिख फॉर जस्टिस और वर्ल्ड सिख ऑर्गनाइजेशन सहित कट्टरपंथी सिख संगठनों के साथ संबंध है।
गौरतलब यह है कि जॉर्ज चहल का तीसरा वार्षिक पैनकेक नाश्ता उत्सव इसी दिन को जेनेसिस सेंटर में निर्धारित है जो दशमेश गुरुद्वारा से केवल 1 किमी दूर है। प्रधानमंत्री ट्रूडो के नाश्ते के कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है क्योंकि खालिस्तानी समर्थक काफिला जेनेसिस सेंटर से गुजर रहा है।
धशमेश गुरुद्वारा हमेशा से खालिस्तानियों के पोस्टर्स लगाने और उनके महिमामंडन के हरकतों के लिए जाना जाता है। हालफिलहाल उनके गुरूद्वारे में तलविंदरपरमार और अन्य आतंकवादियों के पोस्टर्स लगे होने से वो गुरुद्वारा सुर्खियों में रहा है।
माहिती के लिए , तलविंदर परमार कनाडा में घटित सबसे बड़े आतंकवादी हमले कनिष्का एयर इण्डिया बोम्बिंग जिसमें 331 लोगों की मृत्यु हुई उसके लिए जिम्मेदार है, जिनमें पीड़ित सबसे ज्यादा कनेडियन नागरिक थे।
इस गुरद्वारे और इससे जुड़े अनेकों ऑर्गनाइझेशन के साथ यहाँ के राजनेताओं के संबंध दिखाई पड़ते है। कई नेता इन गुरुद्वारों के लिए पैसा इकठ्ठा करने और इन्हें राजनीतीक सहायता देते दिखते है।
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