राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र में विचारधारा की लड़ाई होती है। आरएसएस और भाजपा से हमारी विचारधारा की लड़ाई है। हम चाहते हैं कियह देश में खत्म न हो। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने महात्मा गांधी की हत्या पर आरएसएस पर प्रतिबंध लगा दिया था।
आरएसएस ने खुद को सांस्कृतिक संगठन बताते हुए राजनीतिक गतिविधियों में भाग नहीं शामिल नहीं होने का लिखित में आश्वासन दिया था। हमारे देश में वसुधैव कुटुंबकम की भावना थी, लेकिन देश में आज संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है। देश का लोकतंत्र खतरे में है। शपथ लेकर विपरित काम रहे हैं। गंगाजल हाथ में लेने के बावजूद बदल रहे हैं। आज देश में जो हालात है उसके बावजूद देश अखंड है।
सीएम गहलोत ने आज बाबा साहेब अंबेडकर की 131 जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में यह बातें कही। राजधानी जयपुर के बिड़ला सभागार में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के द्वारा बनाए गए संविधान से महिलाओं को बराबरी का हक मिला।
उन्होंने कहा कि अमेरिका में आजादी के 150 साल महिलाओं को वोट देने का अधिकार मिला। जबकि ब्रिटेन में महिलाओं को 100 साल वोट देने का अधिकार मिला। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की बदौलत हमारे देश में संविधान बनते ही महिलाओं को वोट देने का अधिकार मिल गया।
सीएम गहलोत ने कहा कि भगवान पैदा करते हैं तो सभी को एक जैसा रखते हैं। संविधान की शपथ लेने के बाद क्या विपरित काम कर सकते हैं। गंगाजल लेने के बावजूद लोग बदल रहे हैं। सीएम ने कहा कि जो लोग बुलडोजर चला रहे हैं उनकों संविधान में विश्वास नहीं है।
यह भी पढ़ें-