राजधानी दिल्ली में आज से जी 20 शिखर सम्मेलन शुरू हो गया है|इस शक्तिशाली अंतर्राष्ट्रीय समूह की मेजबानी करना भारत के लिए गर्व की बात है। इस बैठक के मौके पर आज एक ऐतिहासिक घोषणा भी की गई| क्या G20 को जल्द ही G21 के नाम से जाना जाएगा…? जिस महत्वपूर्ण घोषणा का सभी को इंतजार था वह अंततः भारत में की गई और वह भी भारत के प्रधान मंत्री द्वारा जो मेजबान थे। प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि अफ्रीकी संघ भी अब जी20 परिषद का स्थायी सदस्य होगा | 55 देशों वाले अफ़्रीकी संघ का शामिल होना बैठक का मुख्य आकर्षण होगा| प्रधानमंत्री मोदी की घोषणा के बाद भारतीय विदेश मंत्री ने अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष को सम्मान पूर्वक बैठक में शामिल किया|
G20 में पहले से ही यूरोपीय संघ शामिल है। अब अफ़्रीकी संघ भी शामिल होगा| इस शिखर सम्मेलन के शुरू होने से पहले ही यह साफ हो गया था कि प्रधानमंत्री मोदी अफ्रीकी संघ को शामिल करने को लेकर कितने अड़े हुए हैं| उनका कहना था कि जिन लोगों को लगता है कि विश्व राजनीति में उनकी आवाज नहीं सुनी जाती, उन्हें साथ लेने की ज़रूरत है| यह भी देखा गया कि उन्होंने देश में प्रचलित सबका साथ, सबका विकास की अवधारणा को इस महत्वपूर्ण कदम से जोड़ा।
बैकग्राउंड में कोणार्क के सूर्य मंदिर की भव्य छवि है और बैकग्राउंड में प्रधानमंत्री मोदी जी20 शिखर सम्मेलन के प्रत्येक राष्ट्राध्यक्ष का स्वागत करते हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मुलाकात, सऊदी अरब के राजकुमारों से गले मिलना और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से खास केमिस्ट्री… कोणार्क सूर्य मंदिर की कहानी और उसके महत्व के बारे में कोई और नहीं बल्कि बाइडेन ही बताते नजर आए|
जी20 में मोदी की 15 द्विपक्षीय बैठकों पर नजर: इस बैठक के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी 3 दिन में 15 द्विपक्षीय वार्ता करेंगे| उसमें अमेरिका, सउदी अरब के साथ उनकी बैठकों पर सबकी नजर रहेगी। इस बात पर भी ध्यान दें कि क्या भारत में जेट इंजन के निर्माण और सैन्य ड्रोन की खरीद को लेकर अमेरिका के साथ कोई अहम समझौता होने वाला है।ऐसी भी संभावना है कि भारत-अमेरिका-सऊदी अरब के बीच यूरोप, मध्य पूर्व और भारत को रेलवे और बंदरगाहों के जरिए जोड़ने को लेकर कुछ अहम घोषणाएं की जाएंगी|
बैठक के बाद एक संयुक्त वक्तव्य प्रस्तुत किया गया। इस बात को लेकर भी चर्चा है कि क्या इसमें यूक्रेन युद्ध का जिक्र होगा| इस पैराग्राफ को फिलहाल खाली छोड़ दिया गया है| शब्दों का चयन क्या हो इस पर बहस चल रही है| इस बैठक में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग मौजूद नहीं हैं| यूक्रेन युद्ध के बाद से पुतिन अंतरराष्ट्रीय मंच पर जाने से बचते रहे हैं,लेकिन चीन के राष्ट्रपति की अनुपस्थिति का कारण समझ नहीं आ सका|
इस बीच, शिखर सम्मेलन का विषय एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य…अर्थात् वसुधैव कुटुंबकम है। आज राष्ट्रपति ने 20 राष्ट्राध्यक्षों के लिए लंच का आयोजन किया है, लेकिन लगता है इस पर राजनीति हो रही है| राज्यसभा में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को आमंत्रित नहीं किया गया है| इसलिए चर्चा है कि तीन राज्यों के कांग्रेसी मुख्यमंत्री भी इसका बहिष्कार करेंगे|
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