उन्होंने राजीव गांधी की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि वह बहुत ही कम समय तक प्रधानमंत्री रहे, लेकिन बहुत ही अल्पकाल में उन्होंने कई अभूतपूर्व कदम उठाए। उन्होंने युवाओं को मतदान का अधिकार दिया। संचार क्रांति उन्हीं की देन है। उन्होंने कई ऐसे कदम उठाए, जिसके परिणामस्वरूप आज विकास की गति तेज हुई है।
इसके अलावा, सचिन पायलट ने आतंकवाद को लेकर भी अपने सख्त रुख का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि मैं पहले भी आतंकवाद को लेकर अपनी बात कह चुका हूं। आतंकवाद को लेकर किसी भी प्रकार का किंतु-परंतु नहीं होना चाहिए। आतंकवाद से हम लोग त्रस्त हो चुके हैं। ऐसी स्थिति में हम सभी लोगों को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों को परास्त करने के लिए एकजुट होना होगा।
साथ ही उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की भी तारीफ की। उन्होंने जिस तरह से हमारी सेना ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया, उसे लेकर मैं अपनी सेना को धन्यवाद देना चाहूंगा। उन्होंने जिस बहादुरी से पाकिस्तानी आतंकवादियों के ठिकानों को ध्वस्त किया, उसकी तारीफ की जानी चाहिए।
उन्होंने युद्धविराम को लेकर कहा कि जिस तरह से किसी तीसरे मुल्क ने युद्धविराम की घोषणा की, वह अप्रत्याशित था। युद्धविराम की घोषणा के बाद पाकिस्तान ने हमले किए। उसने सीमा पर गोलीबारी की और मोर्टार दागे। इसमें कई निहत्थे लोगों की जान गई।
कांग्रेस नेता ने आईएमएफ की तरफ से पाकिस्तान को आर्थिक सहायता दिए जाने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पाकिस्तान को आईएमएफ की तरफ से आर्थिक सहायता दी गई, उससे कई तरह के सवाल खड़े होते हैं।
योगी सरकार की योजना से दिव्यांगजनों को मिला समानता का अधिकार!



