आगामी लोकसभा चुनाव के लिए देशभर में सभी पार्टियां कमर कस रही हैं।इंडिया अलायंस की पार्टियों के बीच सीट बंटवारे पर भी चर्चा चल रही है|महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीटों के लिए तीन पार्टियों कांग्रेस, शिवसेना (ठाकरे ग्रुप) और एनसीपी (शरद पवार ग्रुप) के बीच चर्चा चल रही है|महाविकास अघाड़ी के प्रमुख नेताओं ने कहा है कि चर्चा अब अंतिम चरण में है और सीटों का बंटवारा लगभग तय हो चुका है और सिर्फ आधिकारिक घोषणा बाकी है|
इस बीच सुनने में आ रहा है कि कांग्रेस पार्टी इंडिया अलायंस में बाकी पार्टियों से ज्यादा सीटें पाने के लिए धौंस जमा रही है| इंडिया अलायंस के प्रमुख नेता शरद पवार ने प्रतिक्रिया दी है|कुछ देर पहले शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की| इस दौरान शरद पवार से सवाल पूछा गया कि इस चर्चा में कितनी सच्चाई है कि कांग्रेस पार्टी भारत अघाड़ी में ज्यादा सीटें (लोकसभा चुनाव) पाने के लिए दूसरी पार्टियों पर धौंस जमा रही है? इस पर शरद पवार ने कहा, ”मुझे नहीं लगता कि कांग्रेस इंडिया अलायंस में अन्य पार्टियों पर धौंस जमा रही है|” इसके विपरीत, हम सब एक साथ आगे बढ़ रहे हैं।’
इंडिया अलायंस में शामिल दलों की बैठक पर बोलते हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा, इंडिया अलायंस में अभी जो बैठकें चल रही हैं, वो शुरुआती चरण की बैठकें हैं| आज हमारी बैठक में सीट बंटवारे पर चर्चा हुई| जब कई दल एक साथ आते हैं, तो प्रत्येक की अपनी अनूठी मांगें होती हैं। इससे आगे बढ़ना जरूरी है| अगर हम साथ मिलकर काम करें तो हम आगे बढ़ सकते हैं। हम सभी पार्टियों को उन राज्यों और क्षेत्रों में चुनाव लड़ना चाहिए जहां हमारी ताकत है।मुझे नहीं लगता कि कांग्रेस इंडिया अलायंस को तोड़ने या अन्य पार्टियों को धमकाने की कोशिश कर रही है।ये सिर्फ आपकी (मीडिया) अफवाहें हैं।
क्या ‘वंचित’ भारत अघाड़ी में शामिल होंगे?: इस बीच, क्या शरद पवार इस बार वंचित बहुजन अघाड़ी को भारत अघाड़ी में ले जाएंगे? इस सवाल का भी जवाब दिया| शरद पवार ने कहा, आज इंडिया अलायंस की बैठक है|इस बैठक में हमारी पार्टी के प्रतिनिधि गये हैं|हमारे प्रतिनिधि इस बैठक में वंचित बहुजन अघाड़ी को इंडिया अघाड़ी में लेने का प्रस्ताव रखेंगे|साथ ही दो दिन बाद दिल्ली में मेरे आवास पर इंडिया अलायंस की बैठक होगी|उस समय मैं इस मुद्दे को एक बार फिर उठाऊंगा|एनसीपी और शिवसेना (ठाकरे समूह) दोनों प्रकाश अंबेडकर को गठबंधन में शामिल करने के पक्ष में हैं।
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