​बिहार है कि जाति जाती ही नहीं; मांझी ने पूछा, लालू यादव, यादव या गडरिया, बताइए वंशावली!

लालू यादव मांझी को मुसहर भुइंया बता रहे है तो दूसरी को मांझी लालू को गडरिया कहकर संबोधित करते हुए उनको अपनी वंशावली तक याद दिलाने की बात कही है|

​बिहार है कि जाति जाती ही नहीं; मांझी ने पूछा, लालू यादव, यादव या गडरिया, बताइए वंशावली!

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इन दिनों बिहार में जाति को लेकर सियासी रार ठनी हुई हैं| इस जाति की राजनीति में बिहार के दो दिग्गज राजनीतिक पार्टी के संरक्षक “हम पार्टी” के जीतन राम मांझी और “आरजेडी” के लालू प्रसाद यादव के बीच छिड़ी हुई है| एक तरह जहां लालू यादव मांझी को मुसहर भुइंया बता रहे है तो दूसरी को मांझी लालू को गडरिया कहकर संबोधित करते हुए उनको अपनी वंशावली तक याद दिलाने की बात कही है|

वैसे भी विवादित बयानों को लेकर बिहार के दोनों ही दिग्गज एक- दूसरे कम नहीं है| या यूं कहा जाये तो इनका विवादित बयानों का नाता “चोली और दामन” जैसा है| हाल में एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा की लालू यादव यादव नहीं बल्कि गडरिया हैं| इसके बाद लालू ने मांझी के जवाब का पलटवार करते हुए कहा कि क्या वे मुसहर हैं| फिर क्या था मांझी ने लालू को अपनी पिछली कई पीढ़ियों की वंशावली जारी करने की चुनौती दे डाली है| 

लालू यादव को दी गई चुनौती में ​”हम पार्टी​” के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण​ कहा, लालू प्रसाद यादव अपनी पूरी राजनीति में दलित विरोधी मानसिकता के रहे हैं. जब से वह राजनीति में आए दलितों को उन्होंने पैरों की जूती समझा​|​ आज समाज के सबसे निचले पायदान पर आने वा​ला​ व्यक्ति जीतन राम मांझी केंद्रीय मंत्री बना तो उनको और ज्यादा बौखलाहट हो रही है​|​ और अनाप-सनाप बोलते दिखाई दे रहे हैं| ​श्याम सुंदर शरण ने कहा की हमारी चुनौती है कि लालू प्रसाद अपनी वंशावली को जारी करें​|​ 

श्याम सुंदर ने कहा कि बिहार सरकार ने तो जमीन के सर्वे में लोग वंशावली बना रहे हैं​|​ आप भी बनाइये​|​ आपकी संपत्ति की भी जांच हो जाएगी, उसका बंटवारा भी हो जाएगा और आपकी जाति का भी पता चल जाएगा​|​ उन्होंने आगे कहा कि वास्तविकता है कि दुनिया के सबसे बड़े घोटालेबाज लालू प्रसाद यादव अपनी जाति में भी घोटाला किया है​|​ 

उधर जीतन राम मांझी ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट​ पर लिखा है कि लालू जी हम मुसहर-भुइयां हैं​|​ हमारे पिता मुसहर-भुइयां थे​|​ हमारे दादा मुसहर-भुइयां थे​|​ हमारे परदादा मुसहर-भुइयां थे​|​ हमारा तो पूरा खानदान ही मुसहर- भुइयां है​|​ और हम तो गर्व से कहते हैं कि हम मुसहर-भुइयां हैं​|​

​गौरतलब है कि जीतन राम मांझी ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि लालू यादव यादव नहीं हैं, बल्कि गडरिया हैं​|​ मांझी ने कहा कि ​वे​ लोग नहीं पढ़े हैं​|​ ह​म बीए ऑनर्स किए हैं​|​ उनकी डिग्री क्या है? वह बताएं​|​ दूसरी बात यदि वह हमें शर्मा कहते हैं, तो वह अपने पिताजी के बारे में बताएं​|​ उनके पिताजी किसके जन्मे हुए हैं? गडरिया के जन्मे हुए हैं​|​ वह गडरिया हैं, यादव नहीं हैं​|​ मांझी का बयान आने के बाद लालू यादव ने भी पलटवार किया​|​

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