जम्मू-कश्मीर के आम आदमी पार्टी (आप) के इकलौते विधायक मेहराज मलिक के हिंदुओं के शराब पीने वाले बयान पर सियासी बवाल मच गया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने गुरुवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस पर इस बयान का समर्थन करने और हिंदू समुदाय के लोगों की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया।
जम्मू-कश्मीर की नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार और ‘आप’ विधायक को घेरते हुए भाजपा नेता सुनील शर्मा ने कहा, “हिंदू समुदाय की भावनाओं को आहत किया गया है। विधानसभा का एक सदस्य विशेष समुदाय के प्रति उंगली उठा रहा है और कह रहा है कि हिंदू समाज की शादियों और त्योहारों पर शराब अलाउड है। हमें हैरानी तब होती है, जब मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला उन्हें बढ़ावा देते हैं। उन्हें शर्म आनी चाहिए। सदन लोगों और उनके विकास के लिए है। आज उन लोगों ने लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने की कोशिश की। उमर अब्दुल्ला को माफी मांगनी चाहिए।”
उल्लेखनीय है कि मेहराज मलिक ने ‘हिंदू तो त्योहार और शादी में शराब पीता है’ वाला विवादित बयान दिया। हालांकि इस पर बढ़ते हंगामे को देखते हुए उन्होंने अपने बयान पर सफाई देते हुए माफी मांगी। उन्होंने कहा, “मेरे बयान से अगर किसी को ठेस पहुंची है, तो मैं शर्मिंदा हूं।”
मेहराज मलिक ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा था कि शराब तो सभी पीते हैं। कुछ लोग पर्दा करके पीते हैं तो कुछ लोग सरेआम शराब का सेवन करते हैं। मेरे मुंह से ये बात निकल गई और ऐसा नहीं है कि पीने वाले लोग सारे हैं। हालांकि, जिसने इसको आम किया है, वह फिरका एक ही है। भाजपा के जितने भी विधायक हैं, वे सभी हिंदू समाज से आते हैं। अगर मंदिरों के शहर में शराब की बिक्री हो रही है तो बेचने वाला भी एक ही है।
उन्होंने कहा, “आप खुद ही बता दीजिए कि जम्मू-कश्मीर में मुस्लिम समाज की दुकान कहां हैं? अगर किसी को मेरे बयान से ठेस पहुंची है तो मैं शर्मिंदा हूं। मेरा मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं है, बल्कि युवाओं और नस्लों को बचाने की कोशिश कर रहा हूं। मैंने जो देखा है, वही बात कही है। शादियों में शराब पीना आम बात है और मैं इसे एक त्योहार की तरह देखता हूं। अगर वहां खुलेआम शराब बांटी जाती है तो यह गलत है।”
नई दिल्ली: सोनीपत कोर्ट में पेश नहीं हुए ‘आप’ मुखिया अरविंद केजरीवाल, अगली सुनवाई 31 मई को!