झारखंड विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद हेमंत सोरेन की झामुमो जीत के साथ राज्य में बड़ी पार्टी के रूप आयी है| इसके साथ ही अब राज्य को अपना 14वां सीएम मिल गया है| झारखंड मुक्ती मोर्चा के हेमंत सोरेन 4 चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है| झारखण्ड की राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल संतोष गंगवार ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई|
बता दें कि हेमंत सोरेन ने चौथी बार राज्य की कमान अपने हाथ में संभालने जा रहे हैं| उनके शपथ ग्रहण समारोह में जेएमएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार, पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव समेत इंडिया ब्लॉक के अन्य नेता शामिल हुए|
गौरतलब है कि सोरेन ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, झामुमो सरकार के शपथ ग्रहण से पहले बाबा दिशोम गुरुजी और मां का आशीर्वाद लिया| शपथ ग्रहण समारोह से पहले हेमंत सोरेन जेएमएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन के आवास पर पहुंचे| यहां उन्होंने माता-पिता का आशीर्वाद लिया|
राज्य में गठबंधन सरकार बनने के बावजूद हेमंत के अकेले शपथ लेने पर सियासी चर्चाएं तेज हैं| सवाल उठ रहा है कि आखिर ऐसी क्या वजह है कि हेमंत मंत्रिमंडल के साथ शपथ न लेकर अकेले शपथ ले रहे हैं| वर्ष 2019 में हेमंत ने 3 मंत्रियों के साथ शपथ ली थी| उस समय कांग्रेस कोटे से 2 मंत्रियों ने उनके साथ शपथ ली थी|
झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन के शपथ लेने के बाद उनकी बहन अंजनी सोरेन ने कहा, आज पूरा झारखंड खुश है| हम पूर्ण बहुमत से जीतेंगे| हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने से पहले रांची पहुंचने पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, हेमंत सोरेन के नेतृत्व में हम सरकार चलाएंगे और झारखंड को आगे ले जाएंगे|
जेएमएम (झारखंड मुक्ति मोर्चा) नेतृत्व वाले गठबंधन ने 81 सदस्यीय विधानसभा में 56 सीटों पर कब्जा किया है| भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को 24 सीटें मिली हैं| हेमंत सोरेन ने बरहेट सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था| यहां उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार गमलियल हेम्ब्रम को 39 हजार 791 मतों से हराया था|
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