केरल सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों के नाम के पहले “बहु” शब्द का प्रयोग करें। बहु मलयालम में सम्माननीय का संक्षिप्त रूप है और इसे सम्मान के प्रतीक के रूप में आधिकारिक पत्राचार में शामिल किया जाएगा।
पर्सनेल एंड एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म्स विभाग द्वारा जारी एक सर्कुलर में कहा गया है कि जनता द्वारा मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों को भेजी गई याचिकाओं/शिकायतों के जवाब में पत्राचार में “बहु” का प्रयोग सम्मान के रूप में किया जाएगा।
इस फैसले पर भाजपा केरल इकाई ने मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा। सोशल मीडिया पोस्ट में भाजपा ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में सीपीएम ने केवल मंहगाई में लगातार बढ़ोतरी बनाए रखी है। उन्होंने कहा कि केरल में महंगाई दर 9.04% है, जो देश में सबसे अधिक है, जबकि राष्ट्रीय औसत 2.07% है। भाजपा ने आरोप लगाया कि आम जनता को चावल, दूध और सब्जियों जैसी बुनियादी वस्तुओं के लिए अधिक भुगतान करना पड़ रहा है और इसे सीपीएम ‘केरल मॉडल’ के रूप में पेश कर रही है।
उधर, केरल सरकार 18-19 सितंबर को कुमाराकॉम स्थित KTDC वाटरसकेप्स में एयूष सेक्टर में IT सॉल्यूशंस पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित करने जा रही है। यह कार्यक्रम केरल सरकार के AYUSH विभाग और नेशनल आयुष मिशन के सहयोग से आयोजित किया जाएगा।
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