ताजा सर्वेक्षण: पीएम मोदी की अप्रूवल रेटिंग बनी मजबूत, समर्थन में महिलाएं आगे!

इप्सोस इंडिया के ग्रुप सर्विस लाइन लीडर पारिजात चक्रवर्ती के अनुसार, कई वैश्विक चुनौतियों, जैसे आर्थिक मंदी, वैश्विक मुद्रास्फीति और नौकरियों में कटौती, का असर भारत पर भी पड़ा है।

ताजा सर्वेक्षण: पीएम मोदी की अप्रूवल रेटिंग बनी मजबूत, समर्थन में महिलाएं आगे!

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इप्सोस इंडियाबस पीएम अप्रूवल रेटिंग के ताजा सर्वेक्षण के अनुसार पीएम मोदी अपने तीसरे कार्यकाल में भी लोकप्रियता और प्रदर्शन के स्तर पर स्थिर बने हुए हैं। इप्सोस इंडियाबस ताजा सर्वेक्षण के अनुसार, 70 प्रतिशत से अधिक महिलाओं ने मोदी सरकार को अपना समर्थन दिया है।

बता दें कि सर्वेक्षण के आंकड़ों से पता चलता है कि 10 में से 7 से अधिक महिलाएं मोदी सरकार के कार्यों से संतुष्ट हैं। दिलचस्प रूप से, महिलाओं का समर्थन पुरुषों की तुलना में अधिक है—जहां 72% महिला उत्तरदाताओं ने सरकार का समर्थन किया, वहीं 64% पुरुषों ने अपना समर्थन व्यक्त किया।

यह नतीजा महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दर्शाता है कि पिछले सर्वेक्षणों की तुलना में प्रधानमंत्री मोदी के प्रति महिलाओं का समर्थन बढ़ा है।

महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार की नीतियां, जैसे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना, ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ के तहत महिलाओं के लिए आरक्षण, और ‘महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास’ मॉडल, उनके प्रति महिलाओं के विश्वास को मजबूत कर रही हैं।

क्षेत्रीय स्तर पर समर्थन:
प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता उत्तर और पश्चिम भारत में मजबूत बनी हुई है, जबकि दक्षिण भारत में इसमें गिरावट आई है। इप्सोस इंडिया के ग्रुप के अनुसार उत्तर भारत में 86 प्रतिशत, पश्चिम भारत में 74 प्रतिशत और दक्षिण भारत में 32 प्रतिशत का समर्थन मिला है|

मोदी सरकार को जिन क्षेत्रों में अच्छी रेटिंग मिली, वे हैं: शिक्षा – 65 प्रतिशत, स्वच्छता और सफाई – 49 प्रतिशत और स्वास्थ्य सेवाएं – 42 प्रतिशत का समर्थन मिला है| वहीं, प्रदूषण, गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर जनता की राय बंटी हुई है, और सरकार को इन क्षेत्रों में अपेक्षित समर्थन नहीं मिला।

विश्लेषकों की राय: इप्सोस इंडिया के ग्रुप सर्विस लाइन लीडर पारिजात चक्रवर्ती के अनुसार, कई वैश्विक चुनौतियों, जैसे आर्थिक मंदी, वैश्विक मुद्रास्फीति और नौकरियों में कटौती, का असर भारत पर भी पड़ा है। इसके कारण सरकार की अप्रूवल रेटिंग में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।

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