राज्य में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही इच्छुक उम्मीदवार हमारे लिए विकल्प तलाशने में जुट गये हैं| इसलिए महाविकास अघाड़ी और महायुति में शामिल दलों के बीच बगावत भी सामने आती दिख रही है|कुछ पार्टियों में प्रत्याशी प्रवेश करते नजर आ रहे हैं|इस बीच अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस में चलने का मौका नहीं मिलने से कई लोग ताल ठोक रहे हैं|
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) शरद पवार से मुलाकात कर उनसे उम्मीदवारी का अनुरोध कर रही है|भारतीय जनता पार्टी के लक्ष्मण ढोबले ने भी कमल का साथ छोड़कर तुतारी का दामन थामने का फैसला किया है| उन्होंने भाजपा को जय महाराष्ट्र कहते हुए अजित पवार की आलोचना की है|
लक्ष्मण ढोबले ने क्या कहा?: “भाजपा छोड़ने के मूड में लक्ष्मण ने राम का साथ छोड़ दिया। मुझे लगा कि लक्ष्मण की मेहनत इसके लायक नहीं है। अब मैं शरद पवार के साथ रहूंगा और उनकी सेवा करूंगा।’ इसलिए मैं एनसीपी (शरद पवार) की पार्टी में जा रहा हूं|’ मैंने अपने साथियों को विश्वास में लेकर दो दिन में यह निर्णय लिया है।’
अजित पवार की परेशानियों से तंग आकर फैसला: ”अजित पवार की परेशानियों से तंग आकर मैंने भाजपा छोड़ने का फैसला किया है। मैं एक तरफ खड़ा हूं, मैं इस जगह पर साधन अवतारों के लिए जगह बना रहा हूं। यह बात ढोबले ने भी कही है|
मैं भाजपा में शामिल हुआ क्योंकि मैं अजित पवार से तंग आ गया था: ‘अजित पवार की परेशानी से तंग आकर मैंने एनसीपी छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गया, अब वह भाजपा के साथ आ गए और फिर से परेशानी पैदा करना शुरू कर दिया। अजित पवार की इस परेशानी से तंग आकर अब मैं फिर से भाजपा छोड़ रहा हूं| यह कहते हुए लक्ष्मण ढोबले ने घोषणा की है कि वह तुरही बजा रहे हैं। अजित पवार को लगता है कि पैसे का राजनीतिकरण किया जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है|
ढोबले ने अजित पवार को सलाह भी दी कि देखें आपके चाचा कैसी राजनीति करते हैं|साथ ही, मैं दो दिन में भाजपा को अपना इस्तीफा सौंप रहा हूं और शरद पवार की एनसीपी में शामिल हो रहा हूं| मोहोल निर्वाचन क्षेत्र से नामांकन नहीं मिला तो भी चलेगा, लेकिन अब एनसीपी की एंट्री तय है|ऐसे शब्दों में बात करते हुए लक्ष्मण ढोबले ने अपनी नाराजगी जाहिर की और घोषणा की कि वह बिगुल बजा रहे हैं|चुनाव को देखते हुए लक्ष्मण ढोबले ने ऐसा फैसला लिया है, जिससे भाजपा के लिए परेशानी के संकेत से इनकार नहीं किया जा सकता है|
यह भी पढ़ें-
‘एफबीआई की वांटेड ‘सूची’ में भारत के पूर्व रॉ अधिकारी विकास यादव!