लोकसभा चुनाव का महासंग्राम अब शुरू होगा| चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा कर दी है|किसी भी चुनाव में अफवाहों और फर्जी खबरों का बोलबाला रहता है। वर्तमान में डिजिटल युग में यह खतरा और भी बढ़ गया है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने भी इस तरह के मामलों पर लगाम कसने के लिए कमर कस ली है|
अफवाहें और फर्जी खबरें फैलाने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी|अफवाहों के बाजार में मतदाताओं तक सही जानकारी और सच्चाई पहुंचाने के लिए आयोग एक विशेष तंत्र लागू करेगा|
राजनीतिक दलों को सलाह: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव में गंदी, जहरीली और धार्मिक रूप से ध्रुवीकरण करने वाली भाषा के इस्तेमाल के खिलाफ अपील की है| उन्होंने देश के राजनीतिक दलों को धार्मिक आलोचना से दूर रहने की सलाह दी है| प्रचार के दौरान अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने से भी परहेज करने को कहा गया है|
चुनाव के दौरान फर्जी खबरें और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। आयोग इस बात की जानकारी देगा कि क्या सच है और क्या झूठ है|
आयोग के सामने ये हैं चार चुनौतियां: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की वकालत की| उन्होंने कहा कि आयोग के सामने चार चुनौतियां हैं। इनमें बाहुबल, पैसा, गलत सूचना और एमसीसी उल्लंघन शामिल हैं। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग इन सभी चीजों को रोकने के लिए तैयार है|
हिंसा के बारे में सोचें भी नहीं : आयुक्त ने आश्वासन दिया कि चुनाव में हिंसा की संभावना बिल्कुल नहीं है| चुनावों में खून-खराबे और हिंसा का कोई अंत नहीं है| उन्होंने स्पष्ट किया कि आयोग को जहां भी हिंसा या इसकी जानकारी मिलेगी, वहां सख्त कार्रवाई की जायेगी| पिछले 11 राज्यों के चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुए। उन्होंने कहा कि ये चुनाव हिंसा मुक्त हैं| उन्होंने कहा कि इन राज्यों में दोबारा मतदान की जरूरत नहीं के बराबर है|
2100 से अधिक पर्यवेक्षक: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने स्पष्ट किया कि लोकसभा चुनाव के लिए 2100 से अधिक पर्यवेक्षक नियुक्त किये जायेंगे| इसमें जनरल, पुलिस व अन्य इंस्पेक्टरों को तैनात किया जायेगा| वे आयोग की आंख और कान होंगे। ये पर्यवेक्षक प्रलोभन और भय से मुक्त चुनाव सुनिश्चित कराने के लिए काम करेंगे.|
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