राज ठाकरे ने महागठबंधन को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया है| इसके बाद अगली रणनीति तय करने के लिए राज ठाकरे ने नेताओं और पदाधिकारियों की बैठक की|इस मुलाकात के बाद राज ठाकरे ने ये भी ऐलान किया कि एमएनएस नेता महागठबंधन के लिए प्रचार करेंगे|इसलिए मनसे नेता भी जल्द ही महायुति के मंच पर दिखेंगे| राज ठाकरे ने गुड़ी पड़वा सभा में कहा था कि वह मोदी के लिए महायुति को बिना शर्त समर्थन दे रहे हैं|
इसके बाद मुंबई में एमएनएस नेताओं की बैठक हुई| इस बैठक में यह भी तय किया गया कि महायुति के उम्मीदवारों का प्रचार कैसे किया जाए| यानी समर्थन के बाद एमएनएस नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता असल प्रचार में भी उतारे जाएंगे|
भूमिका के बारे में क्या बोले ठाकरे: 2014 में राज ठाकरे ने मोदी का समर्थन किया था। फिर 2019 में उन्होंने मोदी का विरोध किया| अब 2024 में फिर से मोदी को बिना शर्त समर्थन दिया है| विपक्ष ने राज ठाकरे को घेर लिया है, लेकिन राज ठाकरे ने कहा है कि उन्होंने अपना रुख नहीं बदला, बल्कि नीतियों की आलोचना की है| राज ठाकरे ने कहा कि अगर अच्छे काम हो रहे हैं तो उनका स्वागत किया जाना चाहिए| ऐसा लगता है कि बिना शर्त समर्थन देने के लिए राम मंदिर का मुद्दा भी राज ठाकरे के लिए अहम हो गया है| क्योंकि अगर मोदी न होते तो राम मंदिर नहीं बनता |
मोदी की नहीं, नीतियों की आलोचना: दरअसल राज ठाकरे ने भी लोकसभा चुनाव की तैयारी कर ली है| तीन-चार माह पहले विधानसभा क्षेत्रवार समीक्षा बैठक भी हुईं। चुनाव की घोषणा के बाद पिछले महीने राज ठाकरे अचानक दिल्ली चले गये. लक्ष्य से चूक गए और महागठबंधन में शामिल हुए बिना बिना शर्त समर्थन की घोषणा कर दी।हालांकि, राज ठाकरे ने ये भी कहा है कि उन्होंने अपना रुख नहीं बदला है, बल्कि 2019 में मोदी की नीतियों की आलोचना की है|
एमएनएस नेताओं की बैठक के बाद राज ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की| इसमें उन्होंने राऊत की आलोचना का भी जवाब दिया है|राऊत ने पूछा था कि भाजपा ने राज ठाकरे को कौन सी फाइल दिखाई? राज ठाकरे ने ही साफ किया था कि मनसे महागठबंधन के लिए प्रचार करेगी|राज ठाकरे खुद मुंबई में मोदी के साथ चुनावी सभा में नजर आ सकते हैं|
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