महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण कुछ समय पहले आधिकारिक तौर पर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। अशोक चव्हाण का पार्टी प्रवेश समारोह मुंबई में भाजपा कार्यालय में राज्य के उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के साथ-साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, हर्षवर्धन पाटिल की मौजूदगी में आयोजित किया गया। इसके बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में अशोक चव्हाण ने कहा है कि वह अब पूरी निष्ठा के साथ भाजपा के लिए काम करेंगे|
साथ ही मैं भाजपा में किसी पद की चाहत लेकर नहीं आया हूं| इसलिए चव्हाण ने यह भी बताया कि पार्टी मुझे जो जिम्मेदारी देगी, उसे स्वीकार कर मैं पूरी तरह सकारात्मक सोच के साथ राज्य के विकास के लिए काम करूंगा|
इस बीच विपक्ष अशोक चव्हाण पर आदर्श घोटाले से बचने के लिए भाजपा में शामिल होने का आरोप लगा रहा है| भारतीय जनता पार्टी विपक्षी दलों के नेताओं पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाती है| उसके बाद उन आरोपों की जांच केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की जाती है| इस दौरान कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल लगातार आरोप लगा रहे हैं कि उन नेताओं पर भाजपा में शामिल होने का दबाव बनाया जा रहा है|
विपक्ष यह भी आरोप लगा रहा है कि भाजपा विपक्षी दल के नेताओं पर नकेल कसने के लिए ईडी, सीबीआई और आईटी जैसी केंद्रीय संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है। इस बीच चव्हाण की कांग्रेस सहयोगी और विधायक यशोमती ठाकुर ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने श्वेत पत्र के जरिए अशोक चव्हाण को ब्लैकमेल किया और उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए मजबूर किया|
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले हफ्ते संसद के बजट सत्र में भारतीय अर्थव्यवस्था पर एक श्वेत पत्र पेश किया। वित्त मंत्रालय द्वारा तैयार श्वेत पत्र में यूपीए और एनडीए सरकार के 10 साल के कार्यकाल के दौरान की अर्थव्यवस्था की तुलना की गई है। 58 पेज के इस श्वेत पत्र में यूपीए सरकार के कार्यकाल का वर्णन किया गया है|इसमें यूपीए सरकार के कार्यकाल में हुए घोटालों और उनकी मौजूदा स्थिति पर टिप्पणी की गई है| इस धारा में आदर्श घोटाले का भी जिक्र है| आदर्श घोटाले में महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण शामिल थे। इसलिए चव्हाण को मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा|
इस बीच कुछ देर पहले शिवसेना के ठाकरे गुट से राज्यसभा सांसद संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की| उस वक्त संजय राऊत ने मीडिया प्रतिनिधियों से कहा था,अशोक चव्हाण के भाजपा में शामिल होने के बाद उनसे और भाजपा नेताओं से यह सवाल पूछा जाना चाहिए कि आदर्श घोटाले का क्या हुआ? भाजपा में शामिल होने के बाद जब पत्रकारों ने अशोक चव्हाण से यह सवाल पूछा तो चव्हाण ने कहा,आपने यह सवाल पूछने के लिए बहुत देर कर दी है|
यह प्रश्न पहले पूछा जाना चाहिए था|’आदर्श’ मामले में हाई कोर्ट ने हमारे पक्ष में फैसला सुनाया है| इस संबंध में कुछ संगठनों ने याचिकाएं दायर की हैं| इसलिए जो भी कानूनी प्रक्रिया होगी हम उसे पूरा करेंगे| इस सब को राजनीतिक दुर्घटना ही कहना होगा| मैंने अब तक इस मामले में कई चीजों का सामना किया है।’ लेकिन मुझे लगता है कि ये चिंता की बात नहीं है|
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