राज्य की सियासत में इस वक्त की सबसे बड़ी घटना आ रही है , एनसीपी नेता अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है| शपथ ग्रहण समारोह मुंबई के राजभवन में आयोजित किया गया। अजित पवार ने पद और गोपनीयता की शपथ ले ली है|
चार साल में तीन बार मुख्यमंत्री: 2019 के बाद से राज्य की राजनीति लगातार बदल रही है| 2019 के बाद से राज्य में तीन सरकारें सत्ता में आ चुकी हैं। इन तीनों सरकारों में अजित पवार उप मुख्यमंत्री बने। 2019 में अजित पवार ने देवेन्द्र फड़णवीस के साथ मिलकर जातीय सरकार बनाई। फिर उन्होंने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन कुछ ही दिनों में अजित पवार की बगावत हार गई| बाद में शिव सेना,अजित पवार एनसीपी और कांग्रेस की महा विकास अघाड़ी सरकार में उपमुख्यमंत्री भी थे। अब अजित पवार शिंदे-फडणवीस सरकार में शामिल हो गए हैं|
शरद पवार का समर्थन नहीं?: अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। लेकिन अजित पवार के साथ गए विधायकों और एनसीपी नेताओं को देखते हुए राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा हो रही थी कि शरद पवार इस शपथ ग्रहण का समर्थन कर रहे हैं,लेकिन संजय राउत ने ट्वीट किया कि शरद पवार इन घटनाक्रमों का समर्थन नहीं करते हैं.|
महाराष्ट्र की राजनीति को साफ-सुथरा करने का बीड़ा कुछ लोगों ने उठाया है| उन्हें अपने तरीके से चलने दो| मेरी अभी श्री शरद पवार से बात हुई। उन्होंने कहा, ”मैं दृढ़ हूं।” हमें लोगों का समर्थन प्राप्त है| आइए, उद्धव ठाकरे के साथ मिलकर सब कुछ फिर से बनाएं।” संजय राउत ने ट्वीट किया, हां, लोग इस खेल को लंबे समय तक बर्दाश्त नहीं करेंगे।
आज ही शिंदे सरकार में शामिल होंगे अजित पवार, शपथ ग्रहण की तैयारी!