26 C
Mumbai
Monday, November 25, 2024
होमन्यूज़ अपडेट"अमरावती लोकसभा सांसद शिवसेना से होंगे" - अभिजीत अडसुल

“अमरावती लोकसभा सांसद शिवसेना से होंगे” – अभिजीत अडसुल

अमरावती लोकसभा क्षेत्र पिछले कई सालों से गठबंधन में शिवसेना का गढ़ रहा है​|​ ​शिवसेना के शिंदे गुट के नेता अभिजीत अडसुल ने दावा किया है कि इस वजह से अमरावती लोकसभा सांसद शिवसेना से होंगे​|​ ​

Google News Follow

Related

शिवसेना के पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल और हम अमरावती जिले में शिवसैनिकों के संपर्क में हैं। अमरावती लोकसभा क्षेत्र पिछले कई सालों से गठबंधन में शिवसेना का गढ़ रहा है|​ ​शिवसेना के शिंदे गुट के नेता अभिजीत अडसुल ने दावा किया है कि इस वजह से अमरावती लोकसभा सांसद शिवसेना से होंगे|​ ​
अभिजीत अडसूल ने स्पष्ट किया है कि यह चर्चा निराधार है जबकि कुछ मीडिया में चर्चा है कि आनंदराव अडसुल और राणा दंपत्ति ने सुलह कर ली है ताकि आगामी चुनाव में मौजूदा सांसद नवनीत राणा की जीत का मार्ग प्रशस्त हो सके|​​ अमरावती शिवसेना का गढ़ है और 2024 के लोकसभा चुनाव में भी रहेगा, हमने किसी से समझौता नहीं किया है और न करेंगे, अभिजीत अड​सु​ल ने कहा है। अभिजीत अडसुल आनंदराव के पुत्र हैं।

​आनंदराव अडसुल और राणा दंपत्ति के बीच विवाद जगजाहिर है। नवनीत राणा ने 2019 के चुनाव में अडसुल को हराया था। राज्य में सत्ता हस्तांतरण के बाद, अडसुल ने शिवसेना के पार्टी नेता के पद से इस्तीफा दे दिया। उन्हें ठाकरे समूह से निकाल दिया गया था। उन्होंने एकनाथ शिंदे का समर्थन करने का फैसला किया। बीच के दौर में अडसुल को भेजे गए ईडी के नोटिस की भी काफी चर्चा हुई थी।

राणा दंपत्ति ने जहां भाजपा सरकार का समर्थन किया है, वहीं अडसुल एकनाथ शिंदे के पक्ष में हैं। अडसुल और राणा दंपत्ति शिंदे-फडणवीस सरकार के समर्थक हैं, लेकिन लोकसभा के लिए अभी भी दोनों के बीच मुकाबला है, अभिजीत अडसुल के भाषण की गूंज सुनाई दी है|पिछले चुनाव के तुरंत बाद अभिजीत अडसुल ने आरोप लगाया था कि आनंदराव अडसुल की हार के पीछे बीजेपी का हाथ है|

अभिजीत अडसुल ने यह भी कहा कि मतदान के दौरान भाजपा के कई नगरसेवक गायब थे। आनंद राव अडसुल ने सांसद नवनीत राणा के जाति प्रमाण पत्र पर आपत्ति जताते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी|कोर्ट ने इस याचिका पर फैसला सुनाते हुए जाति प्रमाण पत्र रद्द कर दिया और नवनीत राणा पर दो लाख का जुर्माना लगाया|इस फैसले को राणा ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, मामला फिलहाल लंबित है।

​यह भी पढ़ें-​

​शरद पवार का बड़ा ऐलान​: ​​भतीजा को भाव नहीं!,​ बेटी को दी बड़ी जिम्मेदारी ?

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,294फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
196,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें