शिवसेना (ठाकरे समूह) पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि भाजपा से समझौता मेरे कार्यक्रम में फिट नहीं बैठता। इसे लेकर विधायक संजय शिरसाट ने उद्धव ठाकरे की आलोचना की है| उन्होंने कहा, ”चुनाव में कांग्रेस और राकांपा को चोर और लुटेरा कहा गया। क्या उनके साथ जाना कोई नीति थी? संजय शिरसाट ने उद्धव ठाकरे पर हमला बोलते हुए कहा कि शरद पवार द्वारा फेंकी गई गुगली ने पार्टी को डुबो दिया है|
संजय शिरसाट ने कहा, ”क्या राष्ट्रवादियों और कांग्रेस के साथ जाने का विचार शिवसेना प्रमुख का था? क्या यह बिल में फिट बैठता है? चुनाव में कांग्रेस और एनसीपी को चोर और लुटेरा कहा गया| क्या उनके साथ जाना आदर्श था? आज कांग्रेस और एनसीपी कहां हैं? आप कहां हैं शरद पवार द्वारा फेंकी गई गुगली ने पार्टी को डुबो दिया है।”
‘ठाकरे ग्रुप हर गलती का भुगत रहा नतीजा’: ठाकरे ग्रुप का आरोप है कि विधानसभा अध्यक्ष विधायकों की अयोग्यता पर फैसला लेने में समय ले रहे हैं| इस बारे में पूछे जाने पर संजय शिरसटा ने कहा, ”ये लोग नहीं समझते कि यह कानूनी मामला है| इसलिए पार्टी का ये हाल हो गया है|’ हर गलती का खामियाजा आज भी ठाकरे ग्रुप भुगत रहा है| फिर भी वे जिद्दी हैं और हार मानने को तैयार नहीं हैं। हमने कानून के मुताबिक जवाब दिया है।”
”…क्या यह समय उद्धव ठाकरे के लिए आया होगा?”: उद्धव ठाकरे ने कहा है कि मुख्यमंत्री होने के नाते विधायकों को रोके रखा होता| इस बारे में पूछे जाने पर संजय शिरसाट ने कहा, ‘रखने का सवाल ही कहां आता है? हम लोग हमारी बात सुनने के लिए उद्धव ठाकरे के दरवाजे के बाहर खड़े थे,लेकिन, आपने खुद को रोके रखा। यदि हमारी बात सुनी गई होती तो क्या यही समय होता?”
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