अजित पवार समेत 40 विधायकों ने शिंदे-फडणवीस सरकार को समर्थन दिया है| सत्ता में आने के बाद एनसीपी के नौ विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली, लेकिन अजित पवार के गुट के सत्ता में आने के बाद से मंत्री पद और विधानसभा-लोकसभा की सीटों को लेकर महागठबंधन में शामिल दलों के बीच खींचतान चल रही है| इस बीच, हमने आगामी लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिर से सत्ता में लाने के लिए भाजपा का समर्थन किया। अजित पवार ने दिया ऐसा बयान| उन्होंने यह भी कहा कि एनसीपी (अजित पवार समूह) आगामी विधानसभा चुनाव में 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी|
लेकिन अगर अजित पवार का गुट महागठबंधन में शामिल हो भी गया तो क्या एनसीपी नेता भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे? बहुत से लोगों के मन में ये सवाल होता है| इस पर अजित पवार के समर्थक विधायक अमोल मितकारी ने प्रतिक्रिया दी है| मितकारी ने जवाब दिया कि मैंने अजित पवार का समर्थन किया है, इसका मतलब यह नहीं है कि मैं भाजपा प्रचारक हूं या मैं भाजपा को सत्ता में लाने की कोशिश करूंगा| वह ‘मुंबई तक’ को दिए एक इंटरव्यू में बोल रहे थे।
आगामी चुनाव में जब महायुति संयुक्त बैठक करेगी तो क्या आप भाजपा के प्रचारक के रूप में बैठक में शामिल होंगे? यह सवाल पूछे जाने पर अमोल मितकारी ने कहा, ”मैं विधानसभा की उन 90 सीटों पर प्रचार करने जा रहा हूं, जहां एनसीपी के उम्मीदवार खड़े हैं| भाजपा उम्मीदवारों के लिए प्रचार करना मेरे लिए बाध्यकारी नहीं है। अमोल मितकारी महाराष्ट्र में प्रगतिशील आंदोलन के एक कार्यकर्ता हैं। उन्होंने अपनी विचारधारा को आज तक विकसित किया है। उसी विचारधारा का सम्मान करने के लिए मैं आज विधायक के पद पर हूं। मैं उस विचारधारा को कभी नहीं छोड़ूंगा, यह काले पत्थर पर एक सफेद रेखा है।”
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