विशेष सत्र से पहले मराठा आरक्षण ​पर राज ठाकरे ​​ने जताया​ कड़ा रुख !

कुनबी अभिलेख वाले मराठा समुदाय को कल से ओ​बी​सी में शामिल किया जाएगा​|​ इसलिए मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने कड़ा रुख जताया है वहीं इस सम्मेलन पर सबकी नजर है​|​

विशेष सत्र से पहले मराठा आरक्षण ​पर राज ठाकरे ​​ने जताया​ कड़ा रुख !

Raj Thackeray's sharp reaction on Maratha reservation before the special session!

राज्य सरकार ने मराठा समुदाय के सदस्यों को भी आरक्षण देने की अधिसूचना जारी कर दी है​|​ राज्य सरकार ने इसे कानून में बदलने के लिए कल विशेष सत्र बुलाया है​|​ इसलिए कुनबी अभिलेख वाले मराठा समुदाय को कल से ओ​बी​सी में शामिल किया जाएगा​|​ इसलिए मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने कड़ा रुख जताया है वहीं इस सम्मेलन पर सबकी नजर है​|​

​​मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे से मराठा आरक्षण के बारे में पूछा गया​|​ उन्होंने इस पर अपना कड़ा रुख जाहिर किया है​|​ विशेष सत्र से कुछ नहीं होगा​|​ यह राज्य का मामला नहीं है, यह केंद्र और सुप्रीम कोर्ट का मामला है​|​ कुछ तकनीकी दिक्कतें हैं​|​ जब तक यह मामला सुलझ नहीं जाता, तब तक यह मामला आगे नहीं बढ़ेगा​|​ सब कुछ बहकाया जा रहा है, भुलाया जा रहा है। ​मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने बताया कि मैं उस दिन उनके सामने गया और उनसे कहा कि उन्हें किसी चीज की जरूरत नहीं पड़ेगी​|​

​​​इस बीच राज ठाकरे ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की और शरदाश्रम स्कूल के अभिभावकों की बात सुनी​|​ शिक्षकों को चुनाव कार्य में लगाया गया है​|​ इस पर राज ठाकरे ने अपना गुस्सा जाहिर किया है​|​ हर पांच साल में चुनाव होते हैं​|​ यह विश्व प्रसिद्ध है​|​ तो चुनाव आयोग पांच साल तक क्या सोता रहता है? वे चुनाव की तैयारी क्यों नहीं कर सकते? शिक्षकों को चुनाव कार्य में लगाये जाने के बाद छात्रों की पढ़ाई कौन करेगा?​​ उनकी शैक्षणिक क्षति के लिए कौन जिम्मेदार है? ये सवाल पूछते हुए राज ठाकरे ने मांग की है कि चुनाव आयोग पर ही कड़ी कार्रवाई की जाए​ ​|

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