ऑपरेशन कमल विधायकों की खरीद-फरोख्त का उद्योग है- सिद्धारमैया

हमने कर्नाटक में ​भाजपा​​ को उखाड़ फेंका है​|​​ कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने रविवार को सांगली में कहा कि ​भाजपा​ ​को देश और महाराष्ट्र से बाहर करना हम सभी की जिम्मेदारी है​|

ऑपरेशन कमल विधायकों की खरीद-फरोख्त का उद्योग है- सिद्धारमैया

Operation Kamal is an industry of horse-trading: Siddaramaiah

भाजपा का ऑपरेशन कमल विधायक खरीद-फरोख्त उद्योग है। हमने कर्नाटक में भाजपा​​ को उखाड़ फेंका है|​​ कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने रविवार को सांगली में कहा कि भाजपा​ ​को देश और महाराष्ट्र से बाहर करना हम सभी की जिम्मेदारी है| कर्नाटक में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का सांगली में सार्वजनिक अभिनंदन किया गया| इस अवसर पर महा निर्धारण सभा का आयोजन किया गया|

इस अवसर पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले, पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, पूर्व राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट, पूर्व राज्य मंत्री डॉ. विश्वजीत कदम, प्रदेश उपाध्यक्ष विशाल पाटिल, कांग्रेस जिला अध्यक्ष आ. विक्रम सावंत, शहर जिला अध्यक्ष पृथ्वीराज पाटिल, जिला बैंक उपाध्यक्ष जयश्री पाटिल आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे। इस सभा में जाट, पलूस, कडेगांव, कवठेमहंकल समेत सांगली से हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे|

इस अवसर पर बोलते हुए, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, कर्नाटक में भाजपा कभी भी लोगों के आशीर्वाद से नहीं चुनी गई है। ऑपरेशन कमल और विधायक खरीद कर ही सत्ता में आए। भाजपा बक्सा देकर विधायक खरीदने का धंधा करती रही है। महाराष्ट्र में शिंदे-फडणवीस सरकार भ्रष्ट है और देश या राज्य में भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकना चाहिए। विकास की कोई रणनीति नहीं है|

उनका एकमात्र व्यवसाय रिश्वत लेना और देना है। हर परिवार को मुफ्त चावल देने का निर्णय लिया गया, हालांकि, केंद्र ने खाद्य निगमों को कर्नाटक को चावल न देने की चेतावनी दी। ये राजनीति भाजपा कर रही है| इससे केंद्र सरकार गरीब जनता की विरोधी है| उन्होंने यह भी कहा कि कर्नाटक जाट तालुका में पानी से वंचित गांवों को तुबची बबलेश्वर से पानी उपलब्ध कराने पर चर्चा करने के लिए तैयार है।

इस मौके पर बोलते हुए प्रदेश अध्यक्ष ए पटोले ने कहा, ‘आदिपुरुष ने बजरंगबली का अपमान किया है|’ अब भाजपा के पास न बजरंगबली हैं, न श्रीराम राज्य की असंवैधानिक सरकार ने वारकार्य पर लाठियां बरसाकर असंवेदनशीलता का परिचय दिया है| पंढरपुर में जनता के पैसे से लगाए गए विज्ञापनों के जरिए यह सरकार पांडुरंगा का अपमान करने का काम कर रही है।
कांग्रेस इस अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगी| पूर्व मुख्यमंत्री चव्हाण ने कहा कि सिद्धारमैया की आज की बैठक महाराष्ट्र में परिवर्तन की शुरुआत है, जबकि पूर्व मंत्री थोराट ने आरोप लगाया कि राज्य में सरकार केवल नारे लगा रही है और वास्तव में कोई काम नहीं कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें डर है कि मोदी सरकार राज्य के संविधान का क्या करेगी क्योंकि लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है|
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