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Monday, November 25, 2024
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‘उद्धव ठाकरे को आत्ममंथन की जरूरत, हम गद्दार नहीं,महाराष्ट्र में क्रांति की’

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने एक फिर उद्धव ठाकरे पर किया जोरदार हमला   

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महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने एक फिर उद्धव ठाकरे पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे के साथ जो मतभेद सामने आये हैं उसकी शुरुआत 2019 में शुरू हुई थी।हम गद्दार नहीं है। बल्कि महाराष्ट्र में सिद्धांतों की लड़ाई है। लगे हाथ सीएम शिंदे ने उद्धव ठाकरे को आत्ममंथन करने की भी सलाह दे डाली। उन्होंने कहा कि मेरे लिए चीफ मिनिस्टर का मतलब कमान मैन होता है। उन्होंने यह बात इंडिया टुडे के कॉन्क्लेव में दी।

उन्होंने कहा आगे बात करते हुए एक फिर दोहराया कि शिंदे गुट की असली शिवसैनिक हैं। उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि हमने बाला साहेब ठाकरे के विचारों को आगे बढ़ाया है। हमारे नाम के साथ भले ठाकरे नहीं जुड़ा हो, लेकिन हम हैं जो बाला साहेब ठाकरे के असली विचारों को आगे बढाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी के साथ हमेशा गठबंधन रहा है। इसलिए वर्तमान में भी हम उनके साथ हैं।

गौरतलब है कि शिवसेना से चालीस विधायक अलग होकर बीजेपी के साथ जाकर सरकार बना ली थी। जिसके बाद से शिवसेना में दो गुट हो गए हैं। वहीं, एक सवाल के जवाब में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ  शिंदे ने कहा कि  हम गद्दार नहीं नहीं हैं। बल्कि हमने महाराष्ट्र की राजनीति में  सिद्धांतों की क्रांति की है।
 उन्होंने कहा कि 2019 के विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र की जनता ने बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन को वोट दिया था। लेकिन हमारी पार्टी ने  बीजेपी से गठबंधन तोड़कर कांग्रेस और एनसीपी के साथ जाकर महाविकास अघाड़ी सरकार बना ली थी। जो अनैतिक गठबंधन था। जहां से हमारी और उद्धव ठाकरे के बीच मतभेद पैदा हुए। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य साफ है। लेकिन उद्धव ठाकरे को आत्ममंथन करने की जरूरत है।
एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम गद्दार नहीं हैं। हमने महाराष्ट्र की राजनीति में ऐतिहासिक रूप से सिद्धांतों की क्रांति की। साल 2019 में महाराष्ट्र की जनता ने बीजेपी और शिवसेना गठबंधन को वोट दिया था लेकिन, फिर हमारी पार्टी की ओर से कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन कर लिया गया, जो अनैतिक था। वहीं, से हमारे उद्धव ठाकरे के साथ मतभेद शुरू हुए। हमारा विजन साफ है। दूसरी ओर उद्धव ठाकरे को आत्ममंथन की जरूरत है।उन्होंने कहा कि हम जहां जाते हैं वहीं हजारो की संख्या में हमारे साथ जुड़ रहे हैं।


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